शिक्षा के बदलते स्वरूप के साथ स्वयं बदले शिक्षक
सहरसा। रविवार को अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय में प्रशिक्षुओं द्वारा डीएलएड प्रशिक्षण का समापन
सहरसा। रविवार को अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय में प्रशिक्षुओं द्वारा डीएलएड प्रशिक्षण का समापन सह सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस मौके पर शिक्षकों के कर्तव्यों पर विस्तृत चर्चा की गई। संबोधित करते हुए प्राचार्य डा. राणा जयराम ¨सह ने कहा कि शिक्षा के प्राचीन स्वरूप से वर्तमान स्वरूप काफी बदलता जा रहा है। कहा कि शिक्षकों को शिक्षा के बदलते स्वरूप के अनुसार स्वयं को भी बदलना होगा। तभी हम विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा लागू कर सकते हैं। समन्वयक राजीव कुमार ¨सह ने कहा कि समाज के प्रति सभी व्यक्ति अपनी जरूरत के अनुसार अपने आप को अपडेट करते हैं, तो हम शिक्षक को भी समय के अनुसार शिक्षण कौशल को बदलना होगा। जिस प्रकार हर व्यवसाय के लोग नए-नए औजारों का प्रयोग करते हैं, उसी प्रकार हम शिक्षक भी अगर नए उपकरण का प्रयोग करेंगे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षण होगा।
कार्यक्रम को प्रशिक्षक विनोद कुमार ¨सह, ठाकुर ¨सह तोमर, प्रकाश मोहन, आकाश कुमार, डा. शिखा कुमारी, डा. नीलू कुमारी, मोतीउर्रहमान, कुमुद रंजन झा, विनोद विमल,विकास कुमार आदि ने संबोधित करते हुए प्रशिक्षुओं को कई टिप्स दिए। कार्यक्रम को सफल बनाने में अभिषेक,मनोरंजन कुमार,अमित केशरी, रोहित ¨सह, डिम्पल, किशोर झा, अशोक कुमार आदि का सराहनीय योगदान रहा।