सहरसा ने मुझे बहुत कुछ दिया, इसे कैसे भुलाऊंगा
सहरसा। रविवार को गायत्री शक्तिपीठ में दो सत्रों में कार्यक्रम हुआ। प्रथम सत्र में व्यक्तित्व परि
सहरसा। रविवार को गायत्री शक्तिपीठ में दो सत्रों में कार्यक्रम हुआ। प्रथम सत्र में व्यक्तित्व परिष्कार व द्वितीय सत्र में डा. जगदीश चन्द्रा को भावभीनी विदाई दी गई। कार्यक्रम का शुभारंभ डा. जगदीश चन्द्रा, डा. पीके मल्लिक, डा. सीएम चौधरी, ट्रस्टी त्रिवेणी कुमार ¨सह व डा. एसपी झा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ ट्रस्टी डा. अरूण कुमार जायसवाल व शक्तिपीठ के देव कन्याओं के विदाई गीत से हुआ।
संबोधित करते हुए डा. अरूण जायसवाल ने कहा कि शिक्षा और चिकित्सा ब्रह्मकर्म है। डा. चंद्रा एक ऐसे व्यक्तित्व है, जहां भी रहेंगे प्रज्वलित दीप की तरह रहेंगे। लोगों के बीच स्नेह और उम्मीद बांटते रहेंगे। डा. केसी झा ने कहा कि अधिकांश डाक्टर सेवा में व्यस्त रहते हैं, लेकिन डा. चन्द्रा सामाजिक गतिविधियों में भी संलग्न रहे। डा. पीके मल्लिक ने कहा कि डा. चन्द्रा सहरसा के सबसे प्रतिष्ठित चिकित्सक के रूप में अपनी पहचान बनाई। ये बहुआयामी प्रतिभा के धनी है। जीवन के सभी आयामों में खड़ा उतरना मुश्किल है, लेकिन वे सभी आयामों में खड़ा उतरे। डा. अजय कुमार ¨सह ने कहा कि डा. चन्द्रा के जाने से आईएमए की सबसे बड़ी क्षति हुई। आइएमए का अध्यक्ष कोई भी हो, इनका निर्देश सर्वोपरि होता था। डा. सीएम चौधरी ने कहा कि 40 वर्षों से इन्होंने जो लोगों का सदभावना ग्रहण किया, वह दूसरों के लिए अनुकरणीय है। डा. जगदीश चन्द्रा ने कहा कि सहरसा ने मुझे यश, शोहरत, धन सबकुछ दिया। इसे कभी भुला नहीं सकता। यहां के लोग काफी मृदुभाषी और मिलनसार है। अतिथियों का सम्मान यहां के लोगों के संस्कार में भरा है। ट्रस्टी त्रिवेणी कुमार ¨सह के संचालन में संपन्न इस विदाई समारोह में देव संस्कृति विवि हरिद्वार से आई छात्राओं ने डा. चन्द्रा के सम्मान में कविता पाठ किया। विदाई समारोह को जितेन्द्र ¨सह, त्रिभुवन प्रसाद ¨सह, प्रदीप ¨सह, अनु कुमार ¨सह आदि ने संबोधित किया। मौके पर गायत्री परिवार के जिला संयोजक ललन कुमार ¨सह, हरेकृष्ण साह, श्यामानंद लाल दास, दिनेश दिनकर, पप्पू गनेरीवाल, श्यामानंद लाल दास, हरीश जायसवाल, समर मिश्रा, नवल ¨सह, अनिल साह, सुशील कुमार, स्नेहलता तिवारी, शांति मंडल की संजू देवी, आरती देवी, मनीषा, ललिता देवी, ज्योति, दीपा, जयंती, निवेदिता, मधु, राखी, युवा मंडल के मदन, चंदन, ब्रजभूषण आदि मौजूद रहे।