संवेदनशील बिदुओं पर चौकसी रखने का डीएम ने दिया निर्देश
सहरसा। बाढ़ पूर्व तैयारियों के संदर्भ में शुक्रवार को जिलाधिकारी कौशल कुमार ने निर्मली पश्चिमी तटबंध के अन्तर्गत पश्चिमी तटबंध का निरीक्षण किया। सहरसा जिला अंतर्गत पड़नेवाले पश्चिमी कोसी तटबंध (घोघरडीहा से नीचे) के 42 किमी से लेकर 54.09 किलोमीटर तक कुल 12.09 किमी पश्चिमी तटबंध पड़ता है। इस तटबंध के 43.80 किमी से 45. 30 किमी के बीच सड़क निर्माण कार्य प्रगति की समीक्षा की।
सहरसा। बाढ़ पूर्व तैयारियों के संदर्भ में शुक्रवार को जिलाधिकारी कौशल कुमार ने निर्मली पश्चिमी तटबंध के अन्तर्गत पश्चिमी तटबंध का निरीक्षण किया। सहरसा जिला अंतर्गत पड़नेवाले पश्चिमी कोसी तटबंध (घोघरडीहा से नीचे) के 42 किमी से लेकर 54.09 किलोमीटर तक कुल 12.09 किमी पश्चिमी तटबंध पड़ता है। इस तटबंध के 43.80 किमी से 45. 30 किमी के बीच सड़क निर्माण कार्य प्रगति की समीक्षा की।
बताया गया कि उक्त भाग में तटबंध पर सड़क निर्माण की निर्धारित तिथि 2020 है। इसके लिए जेसीबी कार्य कराया जा रहा है। डीएम ने ससमय कार्य पूरा करने का निर्देश दिया। 50 किमी से 54.09 किमी के बीच तटबंध का उपरी भाग मिट्टी के रहने के कारण बाढ़ के समय तटबंध का निरीक्षण निरीक्षण कार्य में कठिनाई के संदर्भ में इस भाग कें कालीकरण का कार्य कराया जा रहा है, जिसमें प्रगति धीमी रहने पर जिलाधिकारी ने असंतोष व्यक्त करते हुए कार्य में तेजी लाने और ससमय पूरा करने का निर्देश दिया। डीएम ने बाढ़ के समय उच्चाधिकाररियों के स्थल निरीक्षण के साथ- साथ निर्बाध आवागमन के मद्देनजर जिलाधिकारी ने तटबंध के कालीकरण का कार्य शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया। बाढ़ की स्थिति में 42 किमी से 44 किमी एवं 52 किमी पर जहां नदी तटबंध से सटकर बहती है। इसके सभी संवेदनशील बिंदुओं पर विशेष चौकसी एवं निगरानी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने संभावित बाढ़ के मद्देनजर फ्लड फाइटिग हेतु समुचित मात्रा में आवश्यक सामग्रियों का भंडार सुनिश्चित करने की बात कही। मौके पर निर्मली प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता सतीश कुमार, सहायक अभियंता सियाराम पासवान आदि मौजूद रहे।