अपने पिता की हत्या का बदला लेना चाहती है शहीद इंस्पेक्टर की पुत्री
सहरसा। किशनगंज जिले में पदस्थापित थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार की हत्या से पतरघट इलाके और उनके
सहरसा। किशनगंज जिले में पदस्थापित थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार की हत्या से पतरघट इलाके और उनके ससुराल के लोग मायूस हैं। सोमवार को अपनी नानी के यहां पहुंची शहीद इंस्पेक्टर की पुत्री शाश्वतिश्री उर्फ नैनी ने कहा कि पिता के हत्या का मैं बदला लूंगी। शहीद थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार की शादी विशनपुर गांव के शिक्षक बिदेश्वरी प्रसाद यादव की पुत्री और अनिल कुमार व मनोज कुमार की बहन मीनू से हुई थी। थानाध्यक्ष को दो पुत्री और एक पुत्र है। अब बच्चों के भविष्य को लेकर स्वजन चितित हैं।
जानकीनगर के ठाकुर हाईस्कूल खूंट में शहीद इंस्पेक्टर के सहपाठी रहे सर्जन डॉ. दिलीप कुमार सिंह व प्रो. संजय कुमार परमार ने अश्विनी के दिलेरी और साहस की सराहना की। उन्होंने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
सोमवार को शहीद इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार के ससुराल विशनपुर में मौजूद उनकी बड़ी पुत्री शाश्वतिश्री उर्फ नैनी पिता की हत्या से उबर नहीं पाई है। 10वीं की छात्रा शाश्वितश्री ने कहा कि उनको आइपीएस बनाने का सपना पिताजी ने देखा था, परंतु अब उनके सपना पूरा होना कठिन हो गया है। आक्रोश भरे लहजे में कहा कि उनके पिता को अपने ईमानदारी के चलते साजिश का शिकार होना पड़ा। उनके पिता की हुई हत्या का उच्च स्तरीय जांच होने से मामले की खुलासा हो जाएगा। पुत्री ने अपने पिता का ईमानदारी की हवाला देते कही पटना में लिये गये घर से कर्ज की बोझ तले दबे थे। उनके अलावे पांच वर्षीय जुड़वां भाई वंश कुमार एवं बहन ग्रेसी कुमारी के सिर से पिता का साया हटने से परिवार पर पहाड़ टूट गया है। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं चाहिए मुआवजा नहीं चाहिए। मुआवजा से खोये पिता की भरपाई संभव नहीं हैं।