सरकारी जमीन पर बढ़ता जा रहा है अतिक्रमण
सहरसा। प्रशासन की लापरवाही का फायदा उठाकर अतिक्रमणकारी मुख्यालय में अनवरत अपना पांव पस
सहरसा। प्रशासन की लापरवाही का फायदा उठाकर अतिक्रमणकारी मुख्यालय में अनवरत अपना पांव पसार रहे हैं। जिला मुख्यालय में सड़क के किनारे तेजी से जमीन पर कब्जा किए जाने का यह धंधा फल- फूल रहा है। मुख्य बाजार डीबी रोड, दहलान चौक, चांदनी चौक, सब्जी बाजार, बंगाली बाजार आदि में दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकान के आगे अतिक्रमण कर रखा है, वहीं शहर के अन्य भागों में सड़कों के फ्लैंक और खाली सरकारी जमीन का अतिक्रमण कर लिया गया है। पहले अतिक्रमणकारी बांस-बल्ला लगाकर सरकारी जमीन को घेरते हैं। और बाद में मिट्टी भरकर उसपर अपना आशियाना बना लेते हैं। जिसे हटाने में प्रशासन के सामने विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो जाती है। अतिक्रमणकारियों द्वारा बनाए गए इन दुकानों में असामाजिक तत्व व नशेड़ियों का भी जमावड़ा लगता है। अपर समाहर्ता आवास के पीछे आईडी सिंह चौक इसकी पूरी तरह गिरफ्त में है। जिसके कारण अक्सर इस चौक पर मारपीट की घटनाएं घटती है। अतिक्रमण के कारण यह चौक असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया है।
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प्रमंडल मुख्यालय की हर सड़कों का हो गया अतिक्रमण
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वीर कुंवर सिंह चौक से थाना चौक, थाना चौक से कचहरी चौक, वीर कुंवर सिंह चौक से समाहरणालय, नया बाजार काली मंदिर के समीप, डा. आईडी सिंह चौक, पुरानी जेल से बटराहा, कचहरी चौक से बिस्कोमान तक समेत अन्य भागों में सड़कों का अतिक्रमण कर लिया गया है। हाल में जिला निबंधन एवं परामर्श केन्द्र के समीप सड़कों और उसके पीछे सरकारी जमीन को हड़पने का धंधा परवान पर है। जिस जमीन पर पूर्व जिलाधिकारी ने कारू खिरहरि संग्रहालय का प्रस्ताव भेजा था, उसमें आधे से अधिक को अतिक्रमणकारियों ने अपनी चपेट में ले लिया है। अगर समय रहते इन लोगों को खाली नहीं कराया गया, जो आनेवाले दिनों में यह प्रशासन के लिए सिरदर्द हो जाएगा।
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अतिक्रमणकारियों को पूर्व में भी नोटिस किया गया है। इनलोगों को सरकारी जमीन खाली करना होगा। अगर वे अपनी मर्जी से सरकारी जमीन को खाली नहीं करते तो प्रशासन खाली कराएगा और उसमें लगे खर्च की संबंधित दुकानदार से ही वसूली की जाएगी।
शंभूनाथ झा, सदर एसडीओ सहरसा।