भूमि पूजन के साथ नाला निर्माण कार्य का हुआ शुभारंभ
सहरसा। सहरसा शहर से जलनिकासी के लिए गुरुवार को भूमि पूजन के साथ सर्वा ढाला से कार्य प्रार
सहरसा। सहरसा शहर से जलनिकासी के लिए गुरुवार को भूमि पूजन के साथ सर्वा ढाला से कार्य प्रारंभ कर दिया गया। लगभग पांच सौ करोड़ के इस परियोजना के तहत प्रथम चरण में वुडको ने 54 करोड़ 90 लाख रुपये का आवंटन उपलब्ध कराया था, जिसमें वुडको ने 51 करोड़ की निविदा और एकरारनामा के बाद कार्य प्रारंभ करा दिया है। हैदराबाद की एजेंसी चरित्र इंफ्रास्ट्रक्चर से नाला निर्माण का प्रारंभिक कार्य शुरू किया है। कार्य प्रारंभ होने पर सदर एसडीओ प्रशांत कुमार चिलुका ने स्थल पर जाकर कार्य का निरीक्षण किया। एकरारनामा के अनुसार हालांकि प्रथम चरण के कार्य समाप्ति के लिए डेढ़ वर्ष का समय निर्धारित किया है, परंतु कार्यकारी एजेंसी ने एक वर्ष के अंदर इस कार्य को पूरा कराने का विभाग को भरोसा दिलाया है।
जलनिकासी के लिए बनेगा तीन प¨म्पग सेट स्टेशन
स्टॉर्म वाटर ड्रैनेज योजना को दो फेज में पूरा किया जाएगा। इसके लिए पूरे शहर को पांच कैचमेंट एरिया में बांटा गया है। फेज वन में तत्काल 15.534 वर्ग किलोमीटर वर्षा जलजमाव से प्रभावित मुख्य इलाकों को शामिल किया गया है। जिसमें कैचमेंट एरिया एक और दो शामिल है। अधिकांश नालों की चौड़ाई 0.45 मीटर से 2.50 मीटर तथा गहराई एक मीटर से 3.15 मीटर तक है। इस योजना के तहत तीन प¨म्पग स्टेशन है जो सराही चौक, पॉलिटेक्निक के पास रेलवे कल्वर्ट के नजदीक तथा गंगजला ढाला के पास प्रस्तावित है। इसमें चार स्थानों पर कचरे की सफाई (सिल्ट ट्रैप) और एक स्लुइस गेट का प्रावधान भी किया गया है।
कोट
जलनिकासी के लिए सर्वाढाला से तिवारी टोला तक के प्राथमिक कार्य को प्रारंभ कर दिया गया है। इस कार्य के पूरा होने के बाद शेष भाग में पक्का नाला के निर्माण हेतु कार्य प्रारंभ किया जाएगा। निर्धारित अवधि में हर हाल में कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
-राघवेंद्र रेड्डी, प्रोजेक्ट मैनेजर, कार्य एजेंसी