मौसम की तपिश ने किया जनजीवन बेहाल
सहरसा। एक सप्ताह से मौसम के तापमान में हो रही लगातार वृद्धि ने जनजीवन को अस्तव्यस्त कर दिया है। गर्म
सहरसा। एक सप्ताह से मौसम के तापमान में हो रही लगातार वृद्धि ने जनजीवन को अस्तव्यस्त कर दिया है। गर्मी के कारण दैनिक मजदूरी करनेवाले, रिक्शा चालकों के अलावा आम आवाम का बुरा हाल है। बच्चे और बुजुर्ग बेहाल है। कार्यालय में कार्य करनेवाले लोग बेहद परेशान हैं। हालांकि छोटे बच्चों का स्कूल बंद कर दिया गया है, परंतु उच्च विद्यालय व को¨चग संस्थान में जाने वाले बच्चे परेशान हैं। गर्मी के कारण चापाकलों का पानी सूखने लगा है। गर्मी से बचने के लिए रिक्शा चालक रोजी कमाने के बजाय पेड़ की छांव में आराम फरमाने को मजबूर हैं। को¨चग जानेवाली छात्राएं धूप से बचने के लिए अपने चेहरे को नकाब से ढंक कर चलती है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को न्यूनतम 29 डिग्री और अधिकतम 42 डिग्री सेल्सियल तापमान रिकार्ड किया। मौसमी फल व शीतल पेय की बढ़ी बिक्री बढ़ती गर्मी के कारण जहां तारबूज, खीरा, ककड़ी, बेल व आम के शर्बत की बिक्री बढ़ गई है, वहीं शीतल पेय, आईसक्रीम आदि की ब्रिकी भी जोर- शोर से होने लगी है। गर्मी से राहत पाने के लिए लोग इन चीजों का सेवन करने के लिए विवश है। बढ़ती गर्मी के बावजूद जिला प्रशासन या किसी स्वयंसेवी संगठन द्वारा पेयजल का प्रबंध नहीं किया गया है। जिससे बाहर से आनेवाले लोगों को पेयजल के लिए दर- दर भटकना पड़ता है, या वे लोग दुकानदारों की झिड़की सुनने का विवश होते हैं। बढ़ती गर्मी के कारण बिजली पंखा, कूलर, एसी आदि की बिक्री परवान है। बाजार में इन चीजों की काफी किल्लत हो गई है।