होमगार्ड जवानों के मेघावी बच्चों को मिलेगी आर्थिक सहायता: मिश्रा
सहरसा। होमगार्ड जवानों की शक्ति असीम है। ये ड्यूटी में नहीं रहकर भी सरकार की आंख-कान
सहरसा। होमगार्ड जवानों की शक्ति असीम है। ये ड्यूटी में नहीं रहकर भी सरकार की आंख-कान बन सकते हैं। सरकार होमगार्ड जवानों की बेहतरी के लिए निरंतर प्रयासरत है। अनुकंपा में बहाली के लंबित 700 में से करीब 550 मामलों का निपटारा किया जा चुका है। उक्त बातें होमगार्ड और अग्निशमनसेवाएं के पुलिस महानिदेशक राकेश कुमार मिश्रा ने शनिवार को होमगार्ड समादेष्टा कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कहीं। उन्होंने कहा कि अब विभाग में एक शिक्षा कोष बनाने की पहल हो रही है। इसको लेकर बैठक का आयोजन फरवरी में किया जाएगा। बैठक में प्रस्ताव पारित होने के बाद शिक्षा कोष से होमगार्ड जवानों के मेधावी बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। ताकि वो पढ़ाई कर इलाके का नाम रोशन कर सकें। उन्होंने कहा कि जवान ईमानदारी से ड्यूटी करें तो उन्हें हर सुविधा दी जाएगी। ड्यूटी देने में भी किसी प्रकार की अब दिक्कत नहीं होगी। हर स्तर पर प्लाटून का गठन कर दिया गया है। गठित प्लाटून के कमांडर अपने प्लाटून के जवानों की हर समस्याओं को समादेष्टा के समक्ष रखेंगे और उनका निदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हर माह के एक तारीख को होमगार्ड जवानों को मानदेय दिया जा रहा है। इसके अलावा उन्हें प्रशिक्षित भी किया जा रहा है। सभी जवानों का यूएन नंबर जेनरेट किया जा रहा है ताकि सेवानिवृति के समय में कोई दिक्कत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि सहरसा जिले में 1022 जवान हैं। इनमें से 1001 जवान नियमित रूप से कार्यरत हैं। जबकि सात सौ जवानों का यूएन नंबर भी जेनरेट हो चुका है। कार्यक्रम के दौरान कई जवानों ने अपनी समस्या से डीजी को अवगत कराया जिसका समाधान डीजी ने किया। जबकि जवानों को अनुशासित रहकर ड्यूटी करने की नसीहत दी। इस दौरान पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार व समादेष्टा राणा अमरेंद्र कुमार दीपक ने डीजी का बुके प्रदान कर स्वागत किया। इस अवसर पर अग्निशमन पदाधिकारी संजय कुमार सिंह समेत अन्य अधिकारी व जवान मौजूद थे।