अब धरा पर आएगी हरियाली, जल संचय पर दिया बल
गांधी जयंती पर धरा पर हरियाली के लिए योजना बनाकर काम किया जाएगा।
पेज तीन का बॉटम
फोटो : 1
- जल जीवन, हरियाली मिशन का विभागवार लक्ष्य तय
- लोगों पर जल संचयन व पर्यावरण सरंक्षण की जिम्मेदारी
धनंजय पाठक, सासाराम :
रोहतास। न तो पानी के लिए लोगों को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ेगी, न ही छांव की खातिर इधर-उधर भटकना पड़ेगा। जीव-जंतुओं को भी इसकी कमी नहीं खलेगी। यहां तक कि पानी के बिना मछली भी तड़प कर नहीं मरेगी। धरती पर हरियाली के साथ खुशहाली देखने को मिलेगी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य पर दो अक्टूबर से शुरू होने वाले जल जीवन, हरियाली मिशन पर्यावरण संरक्षण के लिए मील का पत्थर साबित होरी। जहां एक तरफ संरक्षण के अभाव में अस्तित्व खोने के कगार पर पहुंचे बड़े पैमाने पर पुराने जलस्त्रोतों का जीर्णोद्धार कार्य किया जाएगा, वहीं नये का भी निर्माण होगा। साथ ही उसके चारों तरफ पौधारोपण भी किया जाएगा। जिला प्रशासन ने अभियान को सफल बनाने के लिए पूरी तरह कमर कस ली है। सरकार ने इसके लिए जिले का लक्ष्य तय कर दिया है। मनरेगा से होगा 441 आहर-पईन व पोखरों का जीर्णोद्धार :
मनरेगा के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में पुराने 441 आहर, पईन व पोखरा का जीर्णोद्धार अगले छह माह में कराया जाएगा। इसके अलावा सार्वजनिक चापाकलों के पास सोख्ता, छोटी-छोटी नदियों व नालों में चेकडैम व बीयर का निर्माण, निजी भूमि पर खेत व लगभग एक हजार सरकारी भवन परिसर में रेनवाटर हार्वेस्टिग का निर्माण कराया जाएगा। इससे जहां जल संचयन व मछली पालन होगा। इससे लोगों को बड़े पैमाने पर रोजगार भी मिल सकता है। मनरेगा की तरह ही वन, सिचाई, नगर परिषद, नगर पंचायत समेत अन्य विभागों के लिए सरकार ने इस जिले के लिए लक्ष्य तय कर रखा है। लक्ष्य के अनुरूप सभी विभाग जल संचयन के लिए जलस्रोतों का निर्माण व जीर्णोद्धार के साथ व पर्यावरण संरक्षण को ले पौधारोपण करने का कार्य करेंगे। ताकि किसी को इसके अभाव में मुसीबतों का सामना न करना पड़ सके। कहते हैं अधिकारी :
दो अक्टूबर से जिले में प्रारंभ होने वाले जल-जीवन, हरियाली मिशन को सफल बनाने को ले व्यापक तौर पर कार्य योजना बनाई गई है। जिसे अगले छह माह में धरातल पर उतारने का काम पूरा कर लिया जाएगा। सरकार ने मनरेगा का लक्ष्य तय कर दिया है। ग्रामीण विकास विभाग की तरह वन, सिचाई, नगर निकायों समेत अन्य विभागों के भी लक्ष्य तय किए गए हैं।
सुरेंद्र प्रसाद, डीडीसी मनरेगा का लक्ष्य : (2019-20)
कार्य नाम लक्ष्य
एक एकड़ तक के तालाब, आहर व पईन का जीर्णोद्धार - 441
सार्वजनिक चापाकलों के किनारे सोख्ता निर्माण - 2940
छोटी-छोटी नदी व नालों में चैकडैम व बीयर निर्माण - 368
निजी भूमि पर खेत परिसर का निर्माण - 490
सरकारी भवन परिसर में रेनवाटर हार्वेस्टिग का निर्माण - 980