विस चुनाव : जिले में बनाए गए 998 सहायक मतदान केंद्र
अगले कुछ माह में होने वाले विधान सभा चुनाव की तैयारी में जिला प्रशासन जुट गया है। कोविड-19 के कारण लोगों को मतदान करने में किसी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े इसे ले इस बार 99
रोहतास। अगले कुछ माह में होने वाले विधान सभा चुनाव की तैयारी में जिला प्रशासन जुट गया है। कोविड-19 के कारण लोगों को मतदान करने में किसी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े, इसे ले इस बार 998 सहायक मतदान केंद्र बनाया गया है, जिसमें से 47 सहायक मतदान केंद्र वैसे हैं जहां पर भवन नहीं है या फिर निजी मकान में पूर्व से थे। मतदान केंद्रों को फाइनल टच देने के लिए बुधवार को डीएम सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी पंकज दीक्षित ने निर्वाचन अधिकारियों व राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक की। जिसमें मूल मतदान केंद्र वाले भवन से अलग बनाए गए सहायक मतदान केंद्रों पर विचार विमर्श किया गया।
डीएम ने कहा कि चुनाव में कोविड-19 बाधक न हो इसे ले 1000 से अधिक मतदाता वाले मतदान केंद्र के लिए 998 सहायक मतदान केंद्र बनाया गया है। जिनमें 47 वैसे एडिशनल बूथ है जिसे मूल मतदान केंद्र से अलग कर उसी मतदान क्षेत्र में बनाया गया है। जिसमें सासाराम में 14, चेनारी में 10, करगहर में चार, दिनारा में सात, नोखा में पांच, काराकाट में छह व डेहरी विधान सभा क्षेत्र में एक सहायक मतदान केंद्र भवन या मूलभूत सुविधाएं नहीं होने के कारण अलग बनाया गया। मूल चुनाव को सुगम बनाने के लिए सभी राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों को वोटर हेल्प एप डाउनलोड करना होगा। इससे उन्हें चुनाव संबंधी बहुत सी जानकारी हासिल करने में सहूलियत होगी। कहा कि दिव्यांग वोटरों को मतदान करने में आसानी हो इसे ले मतदाता एप्लिकेशन अपलोड कराया जा रहा है, ताकि वे उसी के माध्यम से वोट कर सके। इस दौरान पार्टी के अध्यक्षों व सचिवों उपस्थित प्रतिनिधियों ने अपना सुझाव भी दिया। बैठक में एडीएम लाल बाबू सिंह, सदर एसडीएम राजकुमार गुप्ता, डेहरी के लाल ज्योतिनाथ शाहदेव, बिक्रमगंज के विजयंत, सदर डीसीएलआरए सूर्यकांत प्रेम, बिक्रमगंज डीसीएलआर मधुसुदन, राजद जिलाध्यक्ष गिरिजा चौधरी, जदयू जिलाध्यक्ष नागेंद्र चंद्रवंशी, प्रवक्ता रिकू सिंह, लोजपा के रविशंकर के अलावा भाजपा, कांग्रेस, भाकपा समेत अन्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल थे।