रोहतास, जेएनएन। रोहतास प्रखंड के मौडिहां गांव निवासी सीमा सुरक्षा बल के जवान सुशील कुमार उपाध्याय को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक मिलने पर गांव में खुशी है। राष्ट्रपति द्वारा घोषित इस पुरस्कार को एक विशेष अलंकरण समारोह में बीएसएफ के अतिरिक्त महानिदेशक राजविंदर सिंह भट्टी ने सोमवार को उन्हें मेडल प्रदान किया।
यह पुरस्कार 20 वर्ष से अधिक अति कठिन परिस्थितियों में सेवा के लिए दिया जाता है। इसके पूर्व श्री उपाध्याय को आधे दर्जन अन्य पुरस्कार व एक गोल्डन कार्ड मिला है। 1965 में रोहतास जिला के मौडीहां गांव जन्मे श्री उपाध्याय ने अपनी पढ़ाई गांव में रह कर ही की।
आज भी गांव से इन्हें बहुत लगाव है। इंटरनेट मीडिया के ग्रुप से जुड़ कर युवाओं का मार्गदर्शन करते रहते हैं। पदक प्राप्त करने पर गांव के अधिवक्ता रजनीश उपाध्याय, सामाजिक कार्यकर्ता संतोष उपाध्याय, रिंकी कुमारी, पूर्व फौजी सुदामा प्रसाद आदि ने बधाई दी है।
सीआरपीएफ जवान खुर्शीद खान पुलिस पदक से सम्मानित
बिक्रमगंज प्रखंड के घुसियां कला निवासी बलिदानी सीआरपीएफ जवान खुर्शीद खान को अदम्य साहस और वीरता के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। सीआरपीएफ मुख्यालय के अनुसार यह सम्मान राष्ट्रपति ने स्वतंत्रता दिवस को दिया था। सोमवार को 119 सीआरपीएफ मुख्यालय दिल्ली में आयोजित समारोह में महानिदेशक कुलदीप सिंह ने उनकी पत्नी नगमा खातून को यह पुलिस पदक दिया।
बता दें कि 17 अगस्त 2020 को सीआरपीएफ जवान खुर्शीद खान कश्मीर के बारामुला में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान बलिदान हो गए थे। वे कुछ समय पहले ही लाकडाउन के बाद ड्यूटी पर गए थे। उनकी तीन बेटियां उस समय क्रमशः 13, 10 और पांच वर्ष की थीं।
खुर्शीद के अदम्य साहस व वीरता के लिए 119 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल उच्चकोटि कर्तव्य परायणता और वीरता के लिए मरणोपरांत उन्हें पुलिस पदक से सम्मानित किया है। बलिदानी जवान की पत्नी नगमा खातून ने दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में यह सम्मान प्राप्त किया। उन्हें सम्मानित किए जाने पर स्थानीय लोगों ने इसे गर्व की बात कही है।