बिहार: देश के तीन ब्रॉडगेज के सबसे लंबे रेल पुल पर दौड़ने लगीं ट्रेनें
बिहार के रोहतास जिले में देश में सबसे लंबे तीन ट्रैक के रेलवे ब्रिज पर ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ हो गया है। ड्रोन से ली गई इसकी तस्वीर पूर्व-मध्य रेलवे ने ट्विटर पर शेयर किया है
रोहतास, जेएनएन। देश में सबसे लंबे तीन ट्रैक के रेलवे ब्रिज पर ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ हो गया है। यह पुल पूर्व-मध्य रेलवे के दायरे में सोन नदी पर है। ग्रैंड कॉर्ड सेक्शन पर तीन किलोमीटर से भी अधिक लंबा। ड्रोन से ली गई इसकी तस्वीर पूर्व-मध्य रेलवे ने अपने ट्विटर अकाउंट्स पर शेयर करते हुए खुशी जाहिर की है। जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार बताते हैं कि इतना लंबा व तीन ब्रॉड गेज का देश में यह एकमात्र रेल पुल है।
यह ब्रिज ग्रैंड कॉर्ड सेक्शन के मार्फत देश में कोयला और दूसरे सामान की ढुलाई के लिए महत्वपूर्ण मार्ग है। गौरतलब है कि इस रेल पुल के दो ट्रैक पर पिछले साल ही परिचालन शुरू हो गया था। सोननगर में इंटरलॉकिंग कार्य संपन्न होने के बाद अब तीनों ट्रैक पर परिचालन होने लगा है।
इतिहास से वर्तमान तक
सोन नदी पर पहले रेलवे पुल का निर्माण सन 1900 में हुआ था। उस साल फरवरी से उस पर परिचालन शुरू हुआ। शाहाबाद गजेटियर में इसका जिक्र है। 93 पाये वाले 10,052 फीट लंबे आयरन ग्रेडर व पत्थर से बना वह पुल लंबाई के लिहाज से विश्व का दूसरा पुल था। उसकी हालत जर्जर होने पर सन् 2003 में तीन ट्रैक के नए रेल पुल का निर्माण शुरू हुआ। सन 2017 में निर्माण कार्य पूरा हुआ और पिछले साल इसके दो ट्रैक पर परिचालन भी शुरू हो गया था।
फ्रेट कॉरिडोर के लिए एक और पुल
सोन नदी पर पूर्वी डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के लिए तीन किलोमीटर से अधिक लंबे एक और रेल पुल का निर्माण कार्य भी पूरा हो गया है। रेलवे सूत्रों के अनुसार नवनिर्मित पुल की एक्सेल लोड क्षमता 22.5 टन है। डीएफसीसीआइ को 32.5 टन एक्सेल लोड क्षमता के पुल की आवश्यकता है। इसी कारण यहां फ्रेट कॉरिडोर के लिए पुल बनाने की जरूरत पड़ गई।