अब रोपवे से रोहतास किला का दीदार करने पहुंचेंगे पर्यटक
रोहतास। कैमूर पहाड़ी पर स्थित जिले के ऐतिहासिक पर्यटक स्थल रोहतासगढ़ किला पर अब रोपव
रोहतास। कैमूर पहाड़ी पर स्थित जिले के ऐतिहासिक पर्यटक स्थल रोहतासगढ़ किला पर अब रोपवे से पहुंच पर्यटक इसका दीदार करेंगे। चिरप्रतीक्षित रोपवे निर्माण की मांग पर उसे अमलीजामा पहनाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। सरकार ने रोपवे को ले 12.65 करोड़ की राशि स्वीकृत कर इसकी निविदा राज्य पुल निर्माण निगम द्वारा निकाली गई है। दो मार्च से 12 मार्च 2019 तक टेंडर फार्म डाउनलोड कर उसे विभाग के पास जमा करेंगे। वहीं 16 मार्च 2019 को तकनीकी व व्यवसायिक दोनों प्रकार की निविदा खोली जाएगी। 15 माह के अंदर निर्माण कार्य को पूरा करना है।
पुल निर्माण निगम आरा के अधिकारियों की मानें तो लगभग आठ माह पूर्व जिले के एक दिवसीय दौरे पर आए बिहार के तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने रोहतासगढ़ किला का दौरा करने के बाद यहां शीघ्र रोपवे निर्माण व अन्य पर्यटक सुविधाएं बढ़ाने की आवश्यकता जताई थी। इसके पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस किले को विशिष्ट पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की बात कही थी। जिसमें पर्यटकों को किला से बाहर ठहरने की व्यवस्था करने की भी बात शामिल थी। उसके बाद पर्यटन विभाग की विशेष टीम ने स्थानीय अधिकारियों के साथ किला पर पहुंच विकास का खाका तैयार किया था। बताते चलें कि वर्ष 2011 में मुख्यमंत्री ने रोहतासगढ़ किला पर हेलीकॉप्टर से पहुंचे थे। इस ऐतिहासिक किले पर पहुंचने के लिए सुगम मार्ग नहीं होने पर वहां रोपवे निर्माण कराने की बात कही थी। जिसके बाद ही इसकी कवायद शुरू हुई। वर्ष 2014 में रोपवे निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो गया था। केंद्रीय वन व पर्यावरण मंत्रालय द्वारा सशर्त अनापत्ति प्रमाण पत्र निर्गत किया था। वही तत्कालीन अनुमंडल पदाधिकारी पंकज पटेल ने चार अप्रैल 2016 को अनुमंडल स्तरीय वन विकास समिति की बैठक कर रोपवे निर्माण में वन विभाग की पांच एकड़ भूमि के बदले में बिहार सरकार की पांच एकड़ भूमि रोहतास प्रखंड के भरूही गांव में वन विभाग को हस्तांरित किया था। रोपवे बनने से इस किला पर पर्यटकों को पहुंचने का मार्ग सुलभ हो जाएगा।