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सौ वर्षों से अधिक समय से लग रहा तिलौथू का हाट-बाजार

वर्ष पुराने तिलौथू बाजार सब्जी के थोक कारोबार के साथ टिकरी मिठाई के लिए भी प्रसिद्ध रहा है। स्वाद में भरपूर टिकरी की मांग रोहतास जिले के अलावा बाहर भी बड़े पैमाने पर होती है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Jan 2021 10:21 PM (IST)Updated: Wed, 13 Jan 2021 10:21 PM (IST)
सौ वर्षों से अधिक समय से लग रहा तिलौथू का हाट-बाजार
सौ वर्षों से अधिक समय से लग रहा तिलौथू का हाट-बाजार

सुधीर कुमार,तिलौथू, रोहतास। 101 वर्ष पुराने तिलौथू बाजार सब्जी के थोक कारोबार के साथ टिकरी मिठाई के लिए भी प्रसिद्ध रहा है। स्वाद में भरपूर टिकरी की मांग रोहतास जिले के अलावा बाहर भी बड़े पैमाने पर होती है। जिले का सबसे बड़ा आलू उत्पादक इस प्रखंड से राज्य के विभिन्न जिलों के सब्जी विक्रेता यहां से थोक में खरीद कर ले जाते है। सब्जी बिक्री कर यहां के किसान अपनी आर्थिक उन्नति एवं विकास की लकीर खींचते है। आलू का कारोबार यहां से बंगाल, उत्तरप्रदेश समेत कई राज्यों में होता है। यह बाजार मूलत : सब्जी व्यापार एवं गुडही मिठाई टिकरी के लिए भी काफी प्रसिद्ध है।

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यहां बाजार की शुरुआत तिलौथू राज परिवार के राजा राधा प्रसाद सिन्हा द्वारा 101 वर्ष पहले कपड़े की दुकान खोलकर की गई थी। उस समय डेहरी और तिलौथू दोनों जगहों पर बाजार एक समान थे। जगह के अभाव एवं घनी आबादी होने के कारण बाजार में भीड़ काफी रहती है। बाजार की गलियां सकरी होने से थोड़ी समस्या भी होती है। पूर्व में बाजार को बसाने के लिए तिलौथू राज परिवार द्वारा निशुल्क स्थल दिए गए थे। अब एक रुपए वर्ग फीट के हिसाब से भूमि दी जाती है, ताकि व्यवसायी खुद के पैसे से दुकान बना अपना जीविकोपार्जन शुरू कर सके। कई तो ऐसे है कि किराए की जमीन मे दुकान बनाकर आज दुकान की जगह खरीद खुद दुकान के स्वामी हो गए है। तिलौथू में सब्जी के थोक बिक्री को लेकर इर्द-गिर्द के दर्जनों गांव के किसान आलू, टमाटर की व्यवसायिक कृषि करते है।

कहते हैं व्यवसायी :

यहां का टिकरी बहुत ही स्वादिष्ट होता है । यहां के कई लोगों द्वारा मकर संक्रांति के अवसर पर अपने रिश्तेदारों के यहां पहुंचा रहे हैं।

सतीश कुमार गुप्ता

गुडही टिकरी व्यवसायी यहां छोटे-छोटे किसानों से धान गेहूं चावल खरीदा जाता है। बाजार में जो मूल्य रहता है वह किसानों को देने का प्रयास किया जाता है। यहां से अनाज झारखंड, उड़ीसा व बंगाल तक बेचा जाता है। छोटन साह

गल्ला व्यवसायी कि इस बाजार में शहर के जैसा आवश्यकता की सारी सामग्री उपलब्ध हो जाती है। विवाह शादी या अन्य कार्यक्रम में थोक लेने के लिए भी शहर के बाजार जाने की आवश्यकता नहीं है। दाम भी लगभग एक जैसा ही है।

सुनील कुमार सिंह

ग्राहक, मिर्जापुर


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