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डीटीओ ऑफिस के प्रधान लिपिक समेत तीन गिरफ्तार

रोहतास। स्थानीय परिवहन कार्यालय में गुरुवार को एक बार फिर बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ। लोगों की शिकायत पर अचानक निरीक्षण करने पहुंचे डीएम अनिमेष कुमार पराशर ने जांच में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता पाई। जिसे गंभीरता से लेते हुए कार्यालय के प्रधान लिपिक विवेक राज, कंप्यूटर आपरेटर कुणाल कुमार व अमित कुमार को गिरफ्तार करते हुए तीनों को पुलिस के हवाले कर दिया गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Mar 2017 07:47 PM (IST)Updated: Thu, 16 Mar 2017 07:47 PM (IST)
डीटीओ ऑफिस के प्रधान लिपिक समेत तीन गिरफ्तार
डीटीओ ऑफिस के प्रधान लिपिक समेत तीन गिरफ्तार

रोहतास। स्थानीय परिवहन कार्यालय में गुरुवार को एक बार फिर बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ। लोगों की शिकायत पर अचानक निरीक्षण करने पहुंचे डीएम अनिमेष कुमार पराशर ने जांच में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता पाई। जिसे गंभीरता से लेते हुए कार्यालय के प्रधान लिपिक विवेक राज, कंप्यूटर आपरेटर कुणाल कुमार व अमित कुमार को गिरफ्तार करते हुए तीनों को पुलिस के हवाले कर दिया गया। साथ ही विभागीय अधिकारी को संबंधित लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया। अमित सुदर्शन होंडा एजेंसी का कर्मी बताया जाता है।

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डीएम ने बताया कि डीटीओ कार्यालय में दलाल के सक्रिय होने की सूचना प्राप्त हुई थी। जिस आलोक में आज छापेमारी की गई। इस दौरान अभिलेखों के अलावा कंप्यूटर सिस्टम की भी जांच की गई। जिसमें बड़े पैमाने पर अंतर पाया गया। आवेदन के अनुरूप राजस्व वसूली नहीं पाई गई। जिसमें विभागीय कर्मियों की संलिप्ता पाई गई है। जिसे गंभीरता से लिया गया व कार्यालय के प्रधान लिपिक विवेक राज, कंप्यूटर आपरेटर कुणाल कुमार व कार्यालय में मौजूद दलाल अमित को तत्काल हिरासत में लेते हुए उन्हें मॉडल थाना को सौंप दिया गया। विभागीय अधिकारी को उक्त तीनों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने व उन्हें जेल भेजने का भी निर्देश दिया गया है। परिवहन कार्यालय में दलाल के सक्रिय होने पर विभागीय अधिकारी को भी फटकार लगाई गई है व उन्हें तत्काल व्यवस्था सुधारने का निर्देश दिया गया है। बावजूद व्यवस्था में सुधार नहीं होता है, तो अधिकारी पर भी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। डीटीओ ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है। जांच के बाद विभागीय कार्रवाई की भी अनुशंसा की जाएगी।

गौरतलब है कि डीएम द्वारा पूर्व में भी कई बार डीटीओ कार्यालय में छापेमारी की जा चुकी है। जिसमें दो होमगार्ड के जवान की नौकरी भी जा चुकी है, जबकि फर्जीवाड़े में डीटीओ कार्यालय के तीन कर्मियों को मूल विभाग में वापस भेजा जा चुका है। निरीक्षण में डीएम के साथ एडीएम ओम प्रकाश पाल, सदर एसडीएम अमरेंद्र कुमार भी थे।


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