अर्हता पूरी नहीं करने वाले शिक्षक भी ले रहे वेतनवृद्धि का लाभ
रोहतास। जिले में नियोजित शिक्षकों को दिए जा रहे वार्षिक वेतन वृद्धि में बड़े पैमाने पर विसंगि
रोहतास। जिले में नियोजित शिक्षकों को दिए जा रहे वार्षिक वेतन वृद्धि में बड़े पैमाने पर विसंगति सामने आई है। वैसे शिक्षकों को भी इसका लाभ दिया जा रहा है, जिसने छह माह की सेवा अवधि ही पूरी की है। विभागीय सचिव के निर्देशों को ताक पर रख डीईओ कार्यालय से निर्गत पत्र खुद शिक्षकों के लिए ही परेशानी का सबब बन गया है। वेतन निर्धारण व भुगतान के कार्य में लगे शिक्षक इसे वित्तीय अनियमितता मान रहे हैं। एक साल की सेवा पूरी होने पर दी जानी है वेतन वृद्धि :
विभागीय सचिव के पत्र के आलोक में वैसे शिक्षकों को वेतन वृद्धि का लाभ दिया जाना होता है, जिनकी सेवा नियुक्ति तिथि से कम से कम एक वर्ष पूरी हो गई है। उन्हें पहला वेतन वृद्धि का लाभ दिया जाएगा। लेकिन डीईओ द्वारा 24 मई 2016 को निर्गत पत्र के बाद दो जुलाई 2015 से एक जनवरी 2016 तक नियोजित शिक्षकों को एक जुलाई 2016 से प्रथम वेतन वृद्धि व एक जुलाई 2017 से द्वितीय वेतन वृद्ध का लाभ दिया गया है। लिहाजा जिले में 25 फीसद वैसे शिक्षकों को प्रथम वेतन वृद्धि का लाभ दिया गया, जो मात्र छह माह की ही सेवा पूरी की है। वेतन विपत्र तैयार व निर्धारण करने में लगे कर्मी इसे बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता की बात मान रहे हैं। उनकी माने तो विभागीय सचिव के आदेश से इतर हट डीईओ कार्यालय से पत्र निर्गत हुआ है। कहते हैं अधिकारी :
नियोजित शिक्षकों को विभागीय नियम के आलोक में वेतन वृद्धि का लाभ दिया जाना है। इसे ले सभी बीईओ व कर्मियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। यदि किसी प्रकार की गड़बड़ी की बात सामने आती है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी।
महेंद्र पोद्दार, डीईओ