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सैंपल जांच में होगी सहूलियत, सदर अस्पताल में खुलेगा आरटीपीसीआर लैब

सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने को ले लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। आक्सीजन प्लांट लगाने से लेकर अन्य सुविधाओं को सु²ढ़ किया जा रहा है। सदर अस्पताल में ही हर विधि से सैंपल जांच हो इसे ले स्वास्थ्य विभाग एक और कदम उठाया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 26 Sep 2021 10:30 PM (IST)Updated: Sun, 26 Sep 2021 10:30 PM (IST)
सैंपल जांच में होगी सहूलियत, सदर अस्पताल में खुलेगा आरटीपीसीआर लैब
सैंपल जांच में होगी सहूलियत, सदर अस्पताल में खुलेगा आरटीपीसीआर लैब

जागरण संवाददाता, सासाराम : सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने को ले लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। आक्सीजन प्लांट लगाने से लेकर अन्य सुविधाओं को सु²ढ़ किया जा रहा है। सदर अस्पताल में ही हर विधि से सैंपल जांच हो इसे ले स्वास्थ्य विभाग एक और कदम उठाया है तथा यहां आरटीपीसीआर जांच के लिए लैब स्थापित करने का निर्णय लिया है। विभाग के अपर मुख्य सचिव ने आधारभूत सरंचना निगम लिमिटेड (चिकित्सा व स्वास्थ्य सेवाएं) के प्रबंध निदेशक को पत्र भेज लैब निर्माण में हो रही देरी पर नाराजगी जताते हुए शीघ्र पूरा कराने का निर्देश दिया है, ताकि सैंपल जांच की व्यवस्था हो सके।

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गौरतलब है कि कोरोना महामारी फैलने के कारण पिछले साल मई से सदर अस्पताल में एंटीजन कीट व ट्रुनाट मशीन से सैंपल जांच का कार्य अभी तक होता रहा है। आरटीपीसीआर जांच के लिए सैंपल को एनएमसीएच जमुहार या अन्य दूसरे अस्पतालों में भेजा जाता है। जिससे अस्पताल प्रबंधन को समय पर जांच रिपोर्ट नहीं मिल पाता है। जिला अस्पताल में आरटीपीसीआर लैब स्थापना की अनुमति विभाग द्वारा बहुत पहले ही दी जा चुकी थी, परंतु अभी तक लैब को अधिष्ठापित नहीं किया जा सका है। इसके लिए अपर मुख्य सचिव ने आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड को मुख्य रूप से जिम्मेदार माना है। काराकाट में भी बच्चों को पिलाई गई पोलियो भगाने की दवा

संवाद सूत्र, काराकाट : रोहतास। प्रखंड में पांच दिवसीय पल्स पोलियो अभियान शुरू हो गया है। सीएचसी परिसर में एमओआइसी डा. राजीव कुमार ने रविवार को पांच बच्चों को दो बूंद दवा पिलाकर अभियान की शुरुआत की।

बीएचएम कौशलेंद्र शर्मा के अनुसार पांच दिनों में कुल 26 हजार बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य है। लक्ष्य पूर्ति के लिए 77 सामान्य टीम, पांच ट्रांजिट टीम व दो मोबाइल टीम बनाई गई है। मोबाइल टीम ईंट भट्ठा पर घूम-घूमकर बच्चों को खुराक देगी, जबकि बस व टेंपो स्टैंड के लिए ट्रांजिट टीम को लगाया गया है। बाकी 77 टीम में शामिल आशा व सेविकाएं विभिन्न गांवों में घर-घर जाकर बच्चों को दवा पिलाएंगी। इसके लिए प्रखंड के काराकाट, सकला, दनवार, घरवासडीह, चिकसिल, पड्सर, इटढि़या व बेलवाई में डिपो बनाया गया है, ताकि सुदूरवर्ती गांवों के लिए तैनात स्वास्थ्य कर्मियों को आसानी से दवा उपलब्ध कराई जा सके। मौके पर यूनिसेफ के प्रमित कुमार सिंह, डा. विनोद कुमार, बीसीएम अनीश नारायण, एएनएम सरिता सिंहा, सरोज कुमारी समेत अन्य कर्मी मौजूद थीं।


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