बारिश ने बिगाड़ी शहर की सूरत, बाजार से ले समाहरणालय तक हुआा पानी-पानी
बारिश ने शहर की सूरत बिगाड़ दी है। बारिश से शहर का ऐसा कोई मोहल्ला व गली नहीं है जिसमें घुटने भर पानी न जमा हो गया हो। यहां तक कि तीन घंटे की बारिश में कलेक्ट्रेट से लेकर सदर अस्पताल सिविल कोर्ट अनुमंडल कार्यालय सेल्स टैक्स समेत अन्य सरकारी दफ्तर भी झील बन गए। अफसरों के सरकारी गाड़ी भी पानी में डूबे रहे।
जागरण संवाददाता, सासाराम : रोहतास। बारिश ने शहर की सूरत बिगाड़ दी है। बारिश से शहर का ऐसा कोई मोहल्ला व गली नहीं है जिसमें घुटने भर पानी न जमा हो गया हो। यहां तक कि तीन घंटे की बारिश में कलेक्ट्रेट से लेकर सदर अस्पताल, सिविल कोर्ट, अनुमंडल कार्यालय, सेल्स टैक्स समेत अन्य सरकारी दफ्तर भी झील बन गए। अफसरों के सरकारी गाड़ी भी पानी में डूबे रहे। इस वर्ष नगर परिषद की लापरवाही से पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण घर से ले बाजार तक डूबा हुआ है। शहर का मुख्य बाजार धर्मशाला रोड में दो से तीन फीट तक पानी लगा हुआ है। कई दुकानों में पानी यहां प्रवेश कर गया है। यही स्थिति सदर अस्पताल की है जहां मरीज से ले डाक्टर व कर्मी तक पानी के बीच आने-जाने को विवश हैं। अड्डा रोड, कादिरगंज, प्रेमचंद पथ, शेरशाह रौजा- प्रभाकर रोड, बैंक कॉलोनी-रौजा रो, न्यू एरिया समेत शहर के अन्य स्थानों पर पानी भर गया है। रूक-रूक कर हो रही बारिश से लोग पूरे दिन अपने घरों में रहने को विवश रहे। एक तरफ बारिश तो दूसरी अधिकारी अपने दफ्तर में बैठ सरकारी कार्यों को निबटाने में व्यस्त रहे। जल निकासी की व्यवस्था बरसात पूर्व कराने की गत माह एसडीएम व एडीएम के साथ नगर परिषद के अधिकारियों व सशक्त स्थाई समिति के साथ हुई बैठक का कोई नतीजा नहीं निकला। शहर में भारी जलजमाव के बाद भी संबंधित अधिकारी दफ्तरों में बैठे रहे तथा शहरवासियों को होने वाली परेशानी से उन्हें कोई मतलब नहीं रहा।
स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर परिषद द्वारा बरसात पूर्व नाले की उड़ाही की गई न ही अन्य नाली की ही व्यवस्था की जा सकी ताकि जल निकासी की व्यवस्था हो सके। यहां तक कि डीएम का निर्देश पर भी नगर परिषद के अधिकारी इस कार्य को नहीं करा पाए। जिसका नतीजा रहा कि बारिश की पानी से भर चुके नाले का गंदा पानी भी सड़क पर आ गया है। शहर के विभिन्न मोहल्लों के लोग नालों की सफाई व जल निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग पूर्व में ही अधिकारियों को आवेदन दे कर चुके हैं। जिससे लोगों में नगर निगम के अधिकारी व वार्ड पार्षदों के प्रति आक्रोश व्याप्त है। लोगों का कहना है कि न तो अधिकारियों को जल जमाव की समस्या से निजात दिलाने में दिलचस्पी है न वार्ड पार्षदों को। पिछले दिनों डीएम से लेकर अन्य अधिकारियों को भी आवेदन दिए गए परंतु अभी तक कुछ नहीं हुआ है। वहीं नप सशक्त बोर्ड के सदस्य भी अधिकारी पर लापरवाही का तोहमत मढ़ उनके विरूद्ध कार्रवाई के लिए आला अधिकारी से गुहार लगाते थक चुके हैं।
कहते हैं डीएम :
शहर में नाले की उड़ाही नहीं होने से जल जमाव कई जगहों पर हुआ है जो गंभीर बात है। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हर हाल में नगर परिषद को जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी अन्यथा संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई होगी।
धर्मेंद्र कुमार, डीएम-रोहतास