आरा-सासाराम रेलखंड पर पैसेंजर ट्रेन का परिचालन शुरू
रोहतास। आरा-सासाराम रेलखंड की पहली ट्रेन आरा-वाराणसी पैसेंजर ट्रेन अंतत: शुक्रवार की शाम से शुरू हो गई। यह ट्रेन पिछले चार माह से अधिक समय से रद थी व लोग इसके परिचालन शुरू नहीं होने से निराश हो गए थे। इस रेलखंड पर करीब 10 वर्ष पूर्व ट्रेन को तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।
रोहतास। आरा-सासाराम रेलखंड की पहली ट्रेन आरा-वाराणसी पैसेंजर ट्रेन अंतत: शुक्रवार की शाम से शुरू हो गई। यह ट्रेन पिछले चार माह से अधिक समय से रद थी व लोग इसके परिचालन शुरू नहीं होने से निराश हो गए थे। इस रेलखंड पर करीब 10 वर्ष पूर्व ट्रेन को तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। जिसका उद्घाटन बिक्रमगंज से ही किया गया था। यह ट्रेन उस समय बिक्रमगंज से सासाराम और सासाराम से बिक्रमगंज तक एक फेरा लगाती थी व शाम को वाराणसी के लिए जाती थी। बाद में यह ट्रेन पीरो तक व उसके बाद आरा तक चलने लगी। मात्र यही एक ट्रेन इस रेलखंड पर थी, जो सभी हाल्ट व स्टेशनों पर रुकती थी। इसके बंद होने से कई हाल्ट और स्टेशन का अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया था। गरीबों के लिए काफी उपयोगी इस ट्रेन के परिचालन बंद होने से लोगों का केंद्र सरकार से मोहभंग होने लगा था और इसके परिचालन रद होने से खुलकर लोग प्रधानमंत्री व रेलमंत्री की ¨नदा करते हुए गरीब विरोधी सरकार बताते नहीं थकते थे। रेल यात्री संघ के कार्यकर्ताओं ने कृष्ण कुमार ¨सह के नेतृत्व में इसके विरोध में यहां सभा भी की थी। रालोसपा नेता बसंत चौधरी ने भी स्थानीय सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा से यहां के लोगों की ¨चता से अवगत कराते हुए इस ट्रेन के परिचालन शीघ्र शुरू करने की मांग की गई। यह ट्रेन आरा से सासाराम, सासाराम से आरा और आरा से वाराणसी व वाराणसी से आरा चलती है। अप व डाउन मिलाकर यह ट्रेन चार बार एक हाल्ट व स्टेशन से गुजरती है। आम यात्रियों के साथ-साथ इन हाल्टों पर टिकट बेचने वाले ठेकेदार भी बेरोजगार हो गए थे। साथ ही रेल के राजस्व को भी बड़ी क्षति हो रही थी। आरा-सासाराम रेल खंड के लिए इस ऐतिहासिक ट्रेन के परिचालन शुरू होने से आम लोगों में एक बार फिर खुशी का माहौल है।