पुराने मकान भी होंगे भूकंपरोधी, अभियंता सीख रहे गुर
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रोहतास। अब जिले के लोगों को भूंकप जैसे प्राकृतिक आपदा से डरने की कोई जरूरत नहीं है। नये के साथ-साथ-साथ पुराने मकान भी भूकंपरोधी होंगे। इसे ले स्थानीय डीआरडीए सभागार में बुधवार से कनीय अभियंताओं का चार दिवसीय प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ। जिसमें इंजीनियरिग कॉलेज सहरसा के सहायक प्राध्यापक सह प्रशिक्षक मिथिलेश कुमार समेत अन्य प्रशिक्षकों ने अभियंताओं को भूकंपरोधी मकान निर्माण कराने की दिशा में आवश्यक जानकारी दी।
प्रशिक्षक ने बताया कि बिहार नेपाल से सटे राज्य है। इस कारण पूरे सूबे को चार जोन में बांटते हुए रोहतास को तीसरे जोन में रखा गया है। बावजूद मकान का भूकंपरोधी होना अनिवार्य है। मकान भूकंपरोधी कैसे बने इसकी जानकारी अभियंताओं को विस्तार से दी जा रही है। साथ ही भूकंपरोधी मकान बनाने के तरीके प्रायोगिक तौर पर भी बताए जाएंगे। इसके अलावा पुराने मकान को भूकंपरोधी बनाने के गुर अभियंताओं को सिखाया जाएगा। जिला आपदा के प्रभारी पदाधिकारी अनिल कुमार पांडेय ने बताया अभियंताओं को प्रशिक्षित करने के लिए पटना से चार सदस्यीय प्रशिक्षकों के दल को बुलाया गया है, जो चार दिन तक प्रशिक्षण दे भूकंपरोधी मकान बनाने को ले परिपक्व करेंगे।