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गैर शिक्षण : जातिगत जनगणना व निर्वाचन कार्य में प्रतिनियुक्त किए गए तीन दर्जन शिक्षक

गैर शिक्षण जातिगत जनगणना व निर्वाचन कार्य में प्रतिनियुक्त किए गए तीन दर्जन शिक्षक।

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 Aug 2022 04:02 AM (IST)Updated: Fri, 26 Aug 2022 04:02 AM (IST)
गैर शिक्षण : जातिगत जनगणना व निर्वाचन कार्य में प्रतिनियुक्त किए गए तीन दर्जन शिक्षक
गैर शिक्षण : जातिगत जनगणना व निर्वाचन कार्य में प्रतिनियुक्त किए गए तीन दर्जन शिक्षक

गैर शिक्षण : जातिगत जनगणना व निर्वाचन कार्य में प्रतिनियुक्त किए गए तीन दर्जन शिक्षक

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जागरण संवाददाता, सासाराम : रोहतास। जिले में एक बार फिर शिक्षकों को गैर शिक्षण कार्य में प्रतिनियोजित करने का कार्य शुरू हो गया है। जातिगत आधारित जनगणना व निर्वाचन कार्य में फिलहाल तीन दर्जन शिक्षकों को प्रतिनियुक्त किया गया है। अधिकारियों द्वारा डीएम को सौंपे गए मांग पत्र पर किसी भी शिक्षक को कितने दिन प्रतिनियोजन किया जाना है, उसका उल्लेख नहीं होने से शिक्षा विभाग के अधिकारी भी हैरत में पड़ गए हैं। हालांकि डीईओ ने अनुमोदन आदेश से 15 दिन तक के लिए जातिगत आधारित जनगणना व गरूड़ एप एवं ईरो नेट जबकि नगर निकाय व अन्य चुनाव के लिए मतगणना कार्य समाप्ति तक का प्रतिनियोजन करने का कार्य किया है। इसके बाद प्रतिनियोजित शिक्षकों का प्रतिनियोजन स्वत: समाप्त हो जाएगा।

डीईओ संजीव कुमार ने बताया कि जातिगत आधारित जनगणना व नगर निकाय चुनाव के लिए अनुमंडल कार्यालय से शिक्षकों के प्रतिनियोजन संबंधी अनुशंसा पत्र डीएम को भेजा गया है, उसमें से सासाराम एसडीएम को छोड़ अन्य किसी पदाधिकारी द्वारा प्रतिनियुक्ति अवधि का उल्लेख नहीं किया गया है। ऐसी स्थिति में अनुमोदन तिथि से 15 दिन के लिए जातिगत आधारित जनगणना, गरूड़ एप व ईरो नेट जबकि नगर निकाय व अन्य चुनाव के लिए मतगणना कार्य समाप्ति तक फिलहाल तीन दर्जन शिक्षकों को प्रतिनियोजित करने का कार्य किया गया है। उसके बाद अधिकारी संबंधित शिक्षक को हर हाल में मूल विद्यालय में विरमित करने का कार्य करेंगे।

बताते चले कि गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा को ध्यान में रख डीएम धर्मेंद्र कुमार ने लगभग डेढ़ माह पूर्व वर्षों से विभिन्न कार्यालयों में प्रतिनियुक्त चार दर्जन शिक्षकों का प्रतिनियोजन रद करते हुए उन्हें तत्काल मूल विद्यालय लौटने का निर्देश दिया था। साथ ही यह भी आदेश दिया था कि भविष्य में किसी भी शिक्षक को गैर शिक्षण कार्य में लगाने से पूर्व उनका अनुमोदन अनिवार्य होगा।


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