नगर पंचायत गठन का पांच वर्ष पूरा, विकास अधूरा
रोहतास। नगर पंचायत का गठन हुए पांच वर्ष पूरा हो गया, लेकिन विकास कार्य अब भी अधूरा है। इन पांच वर्षो
रोहतास। नगर पंचायत का गठन हुए पांच वर्ष पूरा हो गया, लेकिन विकास कार्य अब भी अधूरा है। इन पांच वर्षों के दरम्यान पंचायत से नगर पंचायत बना कोचस की स्थिति यथावत है। विकास कार्य अधूरा रहने के पीछे पार्षदों के बीच खींचतान व अधिकारियों द्वारा किए गए कार्यों में पारदर्शी तरीका अपनाने का अभाव रहा है।
लोगों का कहना है कि पंचायत से नगर पंचायत पंचायत गठित होने पर गजब का उत्साह था। लगता था कि कोचस की स्थिति अन्य शहरों जैसी हो जाएगी। ग्रामीण क्षेत्र के लोग यहां महंगी जमीन खरीदकर मकान बनवाए। लेकिन स्थिति यहां की नहीं बदली। पांच साल में एक दो वार्डों को छोड़ दिया जाय तो बाकी चौदह वार्डों का हाल बुरा रहा है। सबसे खराब स्थिति वार्ड संख्या चार स्थित आदर्श नगर की है। जहां गली में बाइक जाने की बात तो अलग, पैदल चलना भी मुश्किल है। वार्ड निवासी संजय पांडेय, ¨चटु पान्डेय, बब्लू ¨सह, संजय राम समेत अन्य का कहना है कि ज्यादातर समय, मुख्य पार्षद, उपमुख्य पार्षद व कार्यपालक पदाधिकारी के बीच आपसी तनाव में ही बीत गया। महिला पार्षदों के पति व पुत्रों का हस्तक्षेप भी विकास में बाधक बना। खींचतान के कारण ही नगर विकास विभाग से यहां समय से राशि भी आवंटित नहीं हुई। जो राशि मिली भी, वह सही ढंग से खर्च भी नहीं हो पाई। नगर पंचायत के वार्ड चौदह निवासी राम जी राणा ने बताया कि नगर पंचायत में डस्टबिन व स्ट्रीट लाइट में घोटाला हुआ है। प्रशासनिक स्तर पर जांच हुई तो कई के नाम उजागर होंगे। वहीं डीएम पंकज दीक्षित का कहना है कि जिस योजना में नगरवासियों को लगता है कि गड़बड़ी हुई है तो उस बारे में शिकायत दर्ज कराएं, जांच कराई जाएगी।