दो बीमारियों से निजात दिलाएगा एमआर का टीका : डीएम
रोहतास। 15 जनवरी से प्रारंभ होने वाले खसरा रूबेला टीकाकरण को सफल बनाने को ले प्रशासनिक
रोहतास। 15 जनवरी से प्रारंभ होने वाले खसरा रूबेला टीकाकरण को सफल बनाने को ले प्रशासनिक व विभागीय कवायद अंतिम दौर में पहुंच गया है। प्रतिदिन बैठक व अन्य गतिविधियां आयोजित कर अभियान के प्रति जागरूक किया जा रहा है, टीकाकरण में जिला सफलता की नई इबारत लिख सके। रविवार को स्थानीय एसपी जैन कॉलेज में जिले के प्राइवेट स्कूलों के प्राचार्यों की हुई बैठक में डीएम ने टीकाकरण की विशेषता से उन्हें अवगत कराया। कहा कि एमआर का एक टीका दो बीमारियों से बच्चों को निजात दिलाएगा।
उन्होंने कहा कि अभियान को सफल बनाने में निजी विद्यालयों की भूमिका अहम है। जबतक छात्र अनभिज्ञ रहेंगे, तबतक उनके अभिभावक भी जागरूक नहीं हो पाएंगे। कहा कि बच्चों के लिए फिल्म अभिनेता नहीं बल्कि शिक्षक ही उनका रोल मॉडल होते हैं। स्कूलों में नियमित रूप से शिक्षक-अभिभावक बैठक कर टीकाकरण की जानकारी दी जाए। एक बार में संभव न हो तो दो-तीन बार बैठक की जाए। साथ ही जनसंपर्क अभियान चला माता-पिता को भी जागरूक किया जाए। सभी स्कूलों के मुख्य द्वार पर खसरा-रूबेला से संबंधित बैनर लगा होना चाहिए। वहीं डीईओ महेंद्र पोद्दार ने कहा कि अभियान को सफल बनाने के लिए सभी स्कूलों में एक शिक्षक को नोडल अधिकारी बनाया गया है, जो निर्देश के आलोक में बाल संसद व अन्य समूह के माध्यम से हर रोज विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर रहे हैं।
सिविल सर्जन डॉ. जनार्दन शर्मा ने कहा कि टीकाकरण में लगे लोग यह सुनिश्चित करेंगे कि कभी भी खाली पेट टीका न लगवाएं। नौ माह से 15 वर्ष के सभी बच्चों को टीका अवश्य लगे। यूनीसेफ के एसएमसी असजद इकबाल सागर ने बताया कि लगभग सौ स्कूलों के प्राचार्य व उनके प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में डीआइओ डॉ. आरकेपी साहु, डब्लूएचओ के एसएमओ डॉ. अभिषेक पाल, रोहतास जिला प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष लायन रोहित वर्मा, उपाध्यक्ष सुभाष कुशवाहा के अलावा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व स्वास्थ्य प्रबंधक शामिल थे। एसएमसी ने कहा कि सोमवार को सभी प्रखंड के बीआरसी में प्रखंड स्तरीय चित्रांकन समेत अन्य प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। जिसमें चित्रांकन, भाषण, वाद विवाद, खसरा रूबेला स्टॉल समेत अन्य गतिविधियां आयोजित होगी। जबकि आठ जनवरी को प्रखंड स्तर पर साइकिल रैली निकाली जाएगी। जिसमें स्कूली बच्चों के अलावा एनएसएस, एनसीसी, जूनियर रेडक्रॉस सोसायटी समेत अन्य संगठनों से जुड़े लोग शामिल होंगे।