जिस केंद्र पर कदाचार हुआ तो पहले नपेंगे केंद्राधीक्षक
रोहतास। बुधवार से इंटर की परीक्षा शुरू होगी। प्रशासन व विभाग तैयारियों को भी मूर्तरूप दे
रोहतास। बुधवार से इंटर की परीक्षा शुरू होगी। प्रशासन व विभाग तैयारियों को भी मूर्तरूप दे दिया है। वहीं केंद्राधीक्षकों द्वारा मंगलवार को परीक्षार्थियों के रोल नंबर के आधार सी¨टग की व्यवस्था की गई। इस बार भी परीक्षा में न तो रिश्ता नाता चलेगा, न दोस्ती। शिक्षकों को वीक्षण कार्य के दौरान अपनी ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठता का परिचय देना होगा। साथ ही केंद्राधीक्षकों को भी शपथ पत्र देना होगा कि जिस केंद्र पर उनकी प्रतिनियुक्ति की गई है, वहां उनके संपर्क का कोई भी परीक्षार्थी नहीं है। ऐसा होगा तो वीक्षक भी दंड के भागी होंगे। परीक्षा को ले डीएम पंकज दीक्षित ने स्थानीय डीआरडीए सभागार में केंद्राधीक्षकों व दंडाधिकारियों की बैठक कर हर हाल में कदाचारमुक्त परीक्षा संपन्न कराने का सख्त निर्देश दिया।
कहा कि जिस केंद्र पर कदाचार करते परीक्षार्थी पकड़े जाएंगे तो वे निष्कासित होंगे ही, केंद्राधीक्षक व संबंधित वीक्षक पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही वैसे दंडाधिकारी व सुरक्षा कर्मियों पर भी कार्रवाई होगी, जो समय से केंद्र पर नहीं पहुंचेंगे। इस बार ढ़ाई हजार से अधिक शिक्षक वीक्षण कार्य में लगाए गए हैं। उसमें से 90 फीसद वीक्षकों को केंद्रों पर प्रतिनियोजन किया गया है, जबकि अन्य शिक्षकों को रिजर्व में रखा गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें परीक्षा कार्य में लगाया जा सके। वीक्षकों की तैनाती अनुमंडल स्तर पर की गई है। जिन्हें वीक्षण कार्य पूरी पारदर्शिता से करने का निर्देश दिया गया है। वहीं जिले के तीनों अनुमंडल के एसडीएम द्वारा विशेष आदेश निकाल परीक्षा केंद्रों के दो सौ गज की परिधि में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। यह आदेश परीक्षा अवधि के दौरान सुबह छह से शाम छह बजे तक प्रभावी रहेगा। इस दौरान परीक्षा केंद्र के इर्द-गिर्द लोगों के जमावड़े पर प्रतिबंध रहेगा। साथ ही फोटो स्टेट की दुकानों को बंद रखने का फरमान भी जारी किया गया है।
डीईओ महेंद्र पोद्दार की मानें तो कदाचार में जिन शिक्षकों की संलिप्तता पाई जाएगी, उन्हें तत्काल वीक्षण कार्य से हटाते हुए उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। वहीं प्रशासन ने स्टैटिक मजिस्ट्रेट, गश्ती दल व जोनल मजिस्ट्रेट समेत सुरक्षा कर्मियों की तैनाती का भी कार्य पूरा कर लिया है। किसी केंद्र पर एक स्टैटिक मजिस्ट्रेट, तो किसी पर दो दंडाधिकारी तैनात किए गए हैं। तीन से चार केंद्रों पर एक गश्ती दल का गठन किया गया है। प्रत्येक केंद्र पर चार-एक की संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। महिला परीक्षार्थी वाले केंद्रों पर महिला पुलिस कर्मियों की भी तैनाती की गई है। बैठक में केंद्राधीक्षकों के अलावा तीनों अनुमंडल के एसडीएम, डीएसपी समेत तमाम दंडाधिकारी शामिल थे।