आवारा कुत्तों का शहर से लेकर गांव तक आतंक
आवारा कुत्तों के आतंक से शहर से लेकर गांव तक के लोग परेशान हैं।
रोहतास। आवारा कुत्तों के आतंक से शहर से लेकर गांव तक के लोग परेशान हैं। मुफस्सिल थाना के दवनपुर गांव में आवारा कुत्तों ने जानवर से लेकर मानव तक को अपना शिकार बनाया। शहरी इलाके में भी इनका आतंक कम नहीं है। सड़को पर सक्रिय ऐसे कुत्तों के कारण आए दिन बाइक चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
आंकड़ों के अनुसार पिछले एक माह के दौरान दर्जनों ऐसी घटनाएं हुई, जो कुत्तों के कारण हुई। इसी क्रम में दो दिन पहले अस्पताल के कर्मचारी संजीव कुमार की बाइक के सामने अचानक कुत्ता के आ जाने से उनका संतुलन बिगड़ गया। बाइक से गिरे अस्पतालकर्मी का पैर बुरी तरह से टूट गया। शहर में ऐसे आवारा कुत्तों को पकड़ने को ले स्थानीय नगर परिषद पूरी तरह से निष्क्रिय है। वहीं कुत्तों के आंतक से दवनपुर के ग्रामीणों ने ¨हसक बन चुके कई कुत्तों पर जमकर लाठियां बरसाई, जिसमें कई कुत्ते मारे गए। दवनपुर के ग्रामीण अकलू राम कहते हैं कि कुत्तों के कारण गांव के लोगों को सरकारी व प्राइवेट अस्पताल में जाकर एंटी रैबीज की महंगी सुई लेनी पड़ी। पागल हुए कई कुत्तों ने कई मवेशियों को भी काट लिया। आतंक के कारण बच्चे गांव के गलियों में खेलना कूदना तक बंद कर चुके है। वहीं कई अस्पतालों में एंटी रैबीज सूई नहीं रहने से भी परेशानी बढ़ गई है। उन्हें इलाज के लिए बाहर से महंगी सूई खरीदनी पड़ रही है। चिकित्सकों का कहना है कि जिला ड्रग स्टोर से ही सूई उपलब्ध नहीं हो पा रही है।