स्वास्थ्य उपकेंद्र बंद रहने से लोग परेशान
रोहतास। प्रखंड में स्वास्थ्य उपकेंद्रों की स्थिति बदहाल होती जा रही है। न तो एएनएम समय पर आत
रोहतास। प्रखंड में स्वास्थ्य उपकेंद्रों की स्थिति बदहाल होती जा रही है। न तो एएनएम समय पर आती हैं, न स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां ही उपलब्ध कराई जा रही हैं। कई केंद्रों पर दिन में भी ताले लटकते रहते हैं। जिससे ग्रामीणों को निजी सेवा लेना लेनी पड़ रही है। स्वास्थ्य उपकेंद्र बंद रहने से ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई है।
नाद मुखिया कमलेश कुमार ¨सह उर्फ झुन्ना ¨सह कहते हैं कि सात वर्षों से केंद्र बना है। ¨कतु मरीजों का प्रथम उपचार भी नहीं हो रहा है। जिससे ग्रामीणों को अपने इलाज के लिए सासाराम के अस्पतालों पर निभर रहना पड़ रहा है। वहीं उल्हो, मुहम्दपुर, आलमपुर में भी उपस्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना राज्य सरकार द्वारा की गई है। ¨कतु वहां न एएनएम हैं, न डॉक्टर। उल्हो मुखिया विरेंद्र पांडेय कहते हैं कि यह पंचायत आदिवासी बहुल है। इस उपकेंद्र में उल्टी, दस्त, बुखार जैसी आम बीमारी की इलाज के लिए कोई सुविधा नहीं है। जिससे गरीब मजदूर उधार या कर्ज लेकर अपने परिवार के सदस्यों का इलाज कराते है। मुहम्मदपुर पंचायत की मुखिया गुड़िया देवी कहती हैं कि स्वास्थ्य सेवाओं के बदहाल होने से यहां ग्रामीणों की परेशानी बढ़ी है। पीएचसी प्रभारी डॉ. विद्यार्थी ने बताया कि कुछ केंद्र की स्थिति ठीक नहीं है। वहां एएनएम की बहाली होनी है। परंतु एएनएम को ड्यूटी से गायब रहने की शिकायत मिली है। जांचोपरांत उचित कार्रवाई की जाएगी।