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एलपीजी उपभोक्ताओं की जेब काट रहे गैस एजेंसी संचालक

रोहतास। आप एलपीजी गैस के उपभोक्ता हैं तो आपको सावधान रहना जरुरी है । हर माह सिलेंडर उपलब्ध कराने

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Feb 2020 09:06 PM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 09:06 PM (IST)
एलपीजी उपभोक्ताओं की जेब काट रहे गैस एजेंसी संचालक
एलपीजी उपभोक्ताओं की जेब काट रहे गैस एजेंसी संचालक

रोहतास। आप एलपीजी गैस के उपभोक्ता हैं तो आपको सावधान रहना जरुरी है । हर माह सिलेंडर उपलब्ध कराने के नाम पर गैस एजेंसी संचालक आप की जेब काट रहे हैं, शायद आप इससे अनजान ही हैं। रसोई गैस सिलेंडर के उपभोक्ताओं से रोजाना लाखों की उगाही की जा रही है। एजेंसी व हॉकरों के जरिए उपभोक्ताओं को ठगा जा रहा है लेकिन नियमों की जानकारी के अभाव में उन्हें पता ही नहीं कि उनकी गाढ़ी कमाई पर कैसे डाका डाला जा रहा है। इस तरह ठगे जा रहा है उपभोक्ता : जिले में इंडियन ऑयल और भारत पेट्रोलियम जैसी तेल कंपनियां अपनी एजेंसियों के माध्यम से एलपीजी गैस सिलेंडर उपलब्ध कराती है। नियम है कि अगर कोई उपभोक्ता एलपीजी गोदाम जाकर खुद सिलेंडर लेता है तो उसे संबंधित एजेंसी की ओर से 27.60 रुपए सीएनसी( कैश ऑन कैरी) के तहत दिए जाएंगे। हालाकि ऐसा होता नहीं है। इसके माध्यम से एजेंसी संचालक प्रतिमाह लाखों रुपये हजम कर रहे हैं।

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सिलेंडर की रसीद में दर्ज कीमत में हॉकर का कमीशन भी होता शामिल:

होम डिलीवरी के तहत घरों तक पहुंचाए जाने वाले सिलेंडर की बुकिग रसीद में हॉकर का कमीशन भी शामिल होता है। यानि रसीद के दर्ज राशि के अलावा कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होता है। इसके बावजूद सिलेंडर की डिलीवरी के समय हॉकर उपभोक्ता से 30 से 40 रुपये अतिरिक्त वसूल कर लेता है। प्रावधान के तहत शहरी क्षेत्र सीएनसी की वसूली गई राशि से एजेंसी संचालक को 15 किलोमीटर तक फ्री होम डिलीवरी का नियम है। सिलेंडर से होती है री-फिलिग:

शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में घरेलू गैस सिलेंडर से अवैध रुप से छोटे सिलेंडरों में रीफिलिग की जाती है। हॉकर और छोटे सिलेंडरों की दुकान चलाने वाले धंधेबाज उपभोक्ताओं को सप्लाई किए जाने वाले सिलेंडर में से कुछ-कुछ गैस निकाल कर नया सिलेंडर तैयार कर उसे बेचते है। हॉकर के मिलीभगत के कारण घरों तक पहुंचने वाले सिलेंडर का वजन कम रहता है। और जागरुक बने ग्राहक: आप घर में जब भी हॉकर से गैस ले तो उसका वजन जरूर कराएं। गैस सिलेंडर का तौल कराना आपका अधिकार है। नियम के अनुसार हॉकर के पास इलेक्ट्रानिक तौल कांटा होना अनिवार्य है। जिसमें वजन दर्शाने की शुरूआत 10 ग्राम से होती है। कई स्थानों पर देखा गया है कि हॉकर इसके बदले स्प्रिंग बैलेंस कांटा का इस्तेमाल करते है। जिनके वजन में एक्यूरेसी नहीं है। इसमें 50 ग्राम से कम की गड़बड़ी नहीं पकड़ी जा सकती। गैस सिलेंडर में भरी हुई गैस की मात्रा 14 किलो 200 ग्राम होना चाहिए। खाली सिलेंडर का वजन 15 किलो से 16.50 किलो तक होता है। हर सिलेंडर के ऊपरी हिस्से में बिना गैस के उसका वजन अंकित होता है। क्या कहते है रसोई गैस उपभोक्ता:

शहर के पोस्टल कॉलोनी निवासी उपभोक्ता दिनेश पांडेय कहते है कि आम लोगों को एजेंसी संचालक से लेकर सरकार दोनों की मार झेलनी पड़ रही है। एक सिलेंडर लेने के लिए निर्धारित कीमत 965 के अलावा हॉकर को भी 30 से 40 रुपया अतिरक्त देना पड़ रहा है।

सिविल लाइंस मोहल्ला निवासी सावित्री सिंह कहती है कि सिलेंडर की कीमत बढ़ने से घर का बजट बिगड़ गया है। उस पर से सिलेंडर में गैस कम मिलने से भी अलग से चूना लग रहा है।

राजपूत कॉलोनी निवासी सिद्धार्थ सिंह कहते है कि एजेंसी संचालक कैश ऑन कैरी के तहत 27.60 रुपया की छूट नहीं देते है। उनके अनुसार एजेंसी से सिलेंडर नहीं देने का प्रवाधान है।

गौरक्षणी निवासी आलोक सिन्हा कहते है कि यदि हॉकर को रसीद के अलावा कोई नजराना नहीं देते हों तो समय से आपके घर सिलेंडर पहुंच ही नहीं पाएंगी। सारे नियम जानने के बावजूद अतिरिक्त राशि देनी पड़ती है। फजलगंज निवासी संतोष कुमार कहते है कि सिलेंडर में कम गैस मिलने के कारण औसतन एक माह तक चलने वाला सिलेंडर महज 20 से 25 दिन में ही खत्म हो जा रहा है। कहते है अधिकारी:

किसी भी एजेंसी संचालक या हॉकर द्वारा उपभोक्ताओं से अधिक राशि वसूलने या कम वजन का सिलेंडर आपूर्ति किए जाने की शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। उपभोक्ता इंडियन ऑयल एप वन को डाउनलोड कर ऑनलाइन पेमेंट कर सकता है। भुगतान के बाद उपभोक्ता के घर पर अधिकतम 48 घंटा के अंदर होम डिलीवरी के तहत सिलेंडर पहुंचा दिया जाएगा।

सनत कुमार पात्रा

एरिया मैनेजर, आइओसी

उपभोक्ता क्या करें:-

1 बिना वजन कराएं हॉकर से सिलेंडर नहीं ले

2. सिलेंडर में गैस की मात्रा 14 किलो 200 ग्राम है कि नहीं इसकी जांच कर ले

3. कैश ऑन डिलीवरी के तहत होम डिलेवरी के तहत हॉकर को कोई अतिरिक्त राशि का भुगतान नहीं करें

4. इंडियन ऑयल ऐप वन को डाउनलोड कर ऑन लाइन भुगतान करें

5. इंडियल ऑयल कंपनी के टॉल फ्री नंबर पर 1800233355 दर्ज कराएं शिकायत


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