बीमारियों को निमंत्रण दे रही खुले में बिक रही खाद्य सामग्री
रोहतास। रेलवे स्टेशनों व सड़क पर बिकने वाली खानपान की चीजों की गुणवत्ता खराब होने से लोगों की सेहत प्
रोहतास। रेलवे स्टेशनों व सड़क पर बिकने वाली खानपान की चीजों की गुणवत्ता खराब होने से लोगों की सेहत प्रभावित हो रही है। शहर के धर्मशाला रोड, पुरानी जीटी रोड, रौजा रोड आदि में खुले में बेचे जा रहे खाद्य सामग्री के ऊपर पूरे दिन मक्खियां भिनभिनाती रहती हैं। जिससे गर्मी के मौसम में संक्रामक बीमारी का खतरा फैलने की आशंका बनी रहती है। खाद्य सामग्री पर भिनभिनाती मक्खियां व दिन भर उड़ने वाली धूल से खाद्य पदार्थ दूषित हो रहे हैं। नालियों व कचरे से मक्खियां निकलकर खाने-पीने की सामग्री पर बैठकर गंदगी फैला रही हैं। लेकिन संबंधित विभाग की ओर से ऐसे दुकानदारों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जबकि ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लोग इन्हीं सामग्रियों से अपनी भूख मिटाने को मजबूर हैं। ठेले पर बेची जा रही खाद्य सामग्री सबसे दूषित
ग्रामीण महेंद्र ¨सह सहित अन्य ने बताया कि रौजा रोड जैसे भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में धड़ल्ले से खुले में खाद्य व पेय सामग्री बेची जा रही है। साथ ही घरेलू सिलेंडरों का भी व्यवसायिक उपयोग किया जा रहा है। ठेले पर तरबूज, पपीता, खीरा जैसे फल काटकर घंटों रखा रहता है। जिस पर धूल व गंदगी के साथ मक्खियों भी भिनभिनाती रहती हैं। मक्खियों के बैठने के चलते वह दूषित हो रहा है।ग्रामीण क्षेत्र से इलाज कराने के लिए यहां आने वाले मरीज व परिजन अनजाने व मजबूरी में भूख-प्यास लगने पर वे इन चीजों का सेवन करते हैं। जिससे एक रोग का इलाज कराने आए लोग दूसरे रोग की चपेट में भी आ जाते हैं। इतना ही नहीं चाट-पकौड़ी के ठेले पर नियमों को ताक पर रख घरेलू गैस सि¨लडर का धड़ल्ले से उपयोग किया जाता है। कहते हैं चिकित्सक :
फूड प्वायज¨नग के मामले गर्मी के दिनों में सबसे ज्यदा देखने को मिलते हैं। इसलिए लोगों को खुले में रखी खाद्य सामग्रियों का सेवन नहीं करना चाहिए। दूषित खाद्य पदार्थों का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ता है। मच्छर व मक्खी बैक्टिरिया फैलाने के लिए सबसे बड़ा माध्यम हैं। इसलिए इन चीजों के सेवन से बचना चाहिए।
डॉ. एसके चौबे
शिशु रोग विशेषज्ञ