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रबी की बोआई के लिए खेत तैयार, किसान खाद के लिए लाचार

सासाराम महंगाई से त्रस्त जिले के किसानों का धैर्य अब खाद की किल्लत से जवाब देने लगा है। एक त

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Dec 2021 10:00 PM (IST)Updated: Fri, 03 Dec 2021 10:00 PM (IST)
रबी की बोआई के लिए खेत तैयार, किसान खाद के लिए लाचार
रबी की बोआई के लिए खेत तैयार, किसान खाद के लिए लाचार

सासाराम : महंगाई से त्रस्त जिले के किसानों का धैर्य अब खाद की किल्लत से जवाब देने लगा है। एक तरफ डीजल के दामों में बढ़ोतरी व महंगे कीटनाशक और बीज से किसान परेशान हैं, तो दूसरी तरफ किसानी के इस व्यस्ततम समय में डीएपी की किल्लत ने किसानों का हौसला पस्त कर दिया है। धान की कटनी के बाद गेहूं की बोआई के लिए किसान खेतों को तैयार कर चुके हैं, लेकिन खाद के अभाव में वे लाचार हैं। डीएपी के जुगाड़ में सुबह से शाम तक इस दुकान से उस दुकान भटक रहे हैं, लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।

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डीएपी की आवश्यकता से कम आवंटन होने के चलते बिस्कोमान के कुछ केंद्रों पर एक किसान को दो से तीन बोरी खाद उपलब्ध कराई भी जा रही है, तो वहां खाद लेने वाले किसानों की उमड़ी भीड़ के सामने वह ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रही है। ऐसे में आधे किसान बिना खाद लिए ही वापस जाने को मजबूर हो जा रहे हैं। आलम यह है कि एक बोरी डीएपी खाद प्राप्त करने के लिए उन्हें ब्लैक में दो हजार रुपये तक खर्च करना पड़ रहा है।

मेहनत पर पानी फिरने की आशंका

शिवसागर निवासी राजमुनी सिंह, नोखा के दुधेश्वर प्रसाद समेत अन्य किसानों के अनुसार खाद की किल्लत के साथ-साथ महंगी जुताई, मजदूरी, पटवन, खाद, बीज, कीटनाशक आदि के बढे़ दाम से किसान बेहाल हैं। धान की कटाई के बाद रबी की बोआई में किसान दिन-रात एक किए हुए हैं, लेकिन रसायनिक उर्वरकों की कमी से उन्हें परेशानी हो रही है। गेहूं, आलू, दलहन, तेलहन के साथ कई अन्य नकदी फसलों का यह मुख्य समय है। रबी की खेती के लिए अधिकांश खेतों की जुताई कर ली गई है। खाद की कमी के कारण खेती में विलंब हो रहा है। दुकानों में डीएपी, मिक्सचर जैसे जरूरी उर्वरक नहीं हैं। इससे खेती प्रभावित हो रही है।कई प्रखंडों के सरकारी केंद्रों पर लोग घंटों लाइन में लगकर खाद लेने को आतुर हैं। जानकारी के अनुसार जिले में मांग के मुकाबले सिर्फ 25 प्रतिशत ही डीएपी उपलब्ध है। ऐसे में किसान तिलहन, दलहन व आलू की खेती के लिए भूमि तो तैयार कर चुके हैं, लेकिन उर्वरक की कमी से परेशान हैं।

शुक्रवार को भी बिक्री केंद्रों पर उमड़ी भीड़

डीएपी के लिए परेशान किसान शुक्रवार को भी खाद वितरण की सूचना मिलते ही जिला मुख्यालय सहित विभिन्न प्रखंडों के इफ्को बिस्कोमान के कृषक सेवा केंद्र पर उमड़ पड़े। भारी भीड़ के बीच आज भी अधिकतर किसान बिना खाद लिए ही वापस लौटने को मजबूर हो गए। किसानों के अनुसार वे पिछले एक पखवारा से लगातार खाद दुकानों का चक्कर लगा रहे हैं, फिर भी कमी के कारण उन्हें खाद नहीं मिल पा रही है। कई जगह अव्यवस्था के बीच टोकन वितरित हुआ। इस बीच किसान कई जगह सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुए हंगामा करने लगे। किसानों को काबू में करने के लिए प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। किसानों की मानें तो समय पर बोआई नहीं होने पर पैदावार प्रभावित होगी।


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