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पराली जलाने से होने वाले नुकसान को ले कृषक प्रशिक्षण

रोहतास। विश्व मृदा दिवस पर प्रखंड के नावाडीह गांव में कृषि विभाग द्वारा गुरुवार को मेला सह

By JagranEdited By: Published: Thu, 05 Dec 2019 06:53 PM (IST)Updated: Fri, 06 Dec 2019 06:16 AM (IST)
पराली जलाने से होने वाले नुकसान को ले कृषक प्रशिक्षण
पराली जलाने से होने वाले नुकसान को ले कृषक प्रशिक्षण

रोहतास। विश्व मृदा दिवस पर प्रखंड के नावाडीह गांव में कृषि विभाग द्वारा गुरुवार को मेला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें उपस्थित किसानों को खेतों में पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया। कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ. रतन कुमार ने कहा कि मृदा (खेत की मिट्टी ) को उर्वरा शक्ति मिट्टी में छुपे कीड़ों से ही मिलती है। खेतों में पराली  (पुआल ) जलाने से वैसे सभी कीड़े नष्ट हो जाते हैं, जो फसल के मित्र कीट होते हैं। कृषि समन्वयक संजीव कुमार लाल, सुदर्शन सिंह, कमलेश कुमार व प्रकाश कुमार ने किसानों को खेतों में पुआल नहीं जलाने व डी कम्पोजर का प्रयोग करने के तरीके बताए। बताया कि वही पुआल खेतों में सड़ने के बाद मिट्टी को उर्वरा होने में काफी हद तक सहायक सिद्ध होगा। प्रशिक्षण में काफी संख्या में किसानों ने भाग लिया।

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