पैसे के मोहताज नहीं रहेंगी बेटियां, खुद संवारेंगी भविष्य
रोहतास। अब बेटियों के पढ़ने में धन की आड़े नहीं आएगी। उनकी पढ़ाई पैसे के अभाव में बाधित नहीं होगी। स
रोहतास। अब बेटियों के पढ़ने में धन की आड़े नहीं आएगी। उनकी पढ़ाई पैसे के अभाव में बाधित नहीं होगी। सरकार ने जन्म से लेकर स्नातक तक की डिग्री हासिल करने में बेटियों को 54 हजार रुपये मुहैया कराएगी। जिसमें पढ़ाई व स्वास्थ्य सेवा का खर्च भी शामिल है। उक्त बातें स्थानीय समाहरणालय परिसर से कन्या उत्थान योजना प्रचार रथ को रवाना करते हुए डीएम पंकज दीक्षित ने गुरुवार को कहीं।
उन्होंने कहा कि बेटियां अभिशाप नहीं अब वरदान के रूप में जानी जाएंगी। पढ़ाई के नाम पर न तो वह मां-बाप का बोझ बनेंगी न उन्हें उलाहना सुनने पड़ेंगे। भ्रूण हत्या न हो इसे ले सरकार पूरी तरह सख्त है। कन्या उत्थान योजना इस दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। योजना का लाभ शत-फीसद लड़कियों को मिले, इसे ले प्रचार रथ शहर से गांव तक लोगों को जागरूक करेगा व इसके उद्देश्य से अवगत कराएगा। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. जनार्दन शर्मा, आइसीडीएस डीपीओ कुमारी सुनीता, डीआइओ डॉ. आरकेपी साहू, डब्लूएचओ के एसएमओ डॉ. अभिषेक पाल, यूनीसेफ के एसएमसी असजद इकबाल सागर, डीपीआरओ किशोर कुमार आनंद, जिला उपनिर्वाचन पदाधिकारी सत्यप्रिय कुमार समेत अन्य उपस्थित थे। योजना के तहत मिलने वाली राशि :
जन्म पर : 2000
एक वर्ष पूर्ण व आधार पंजीयन होने पर : 1000
दो वर्ष पूर्ण व संपूर्ण टीकाकरण होने पर : 2000
कक्षा एक व दो प्रतिवर्ष पोशाक : 600
कक्षा तीन व पांच प्रतिवर्ष पोशाक : 700
कक्षा छह व आठ प्रति वर्ष पोशाक : 1000
कक्षा नौवीं व दसवीं प्रति वर्ष पोशाक : 1500
इंटर पास होने पर अविवाहित : 10000
स्नातक पास होने पर अविवाहित या विवाहित : 25000
कक्षा सातवीं से 12वीं किशोरी स्वास्थ्य प्रतिवर्ष : 700