राष्ट्रहित में है नागरिकता संशोधन कानून : सांसद
नागरिकता संशोधन कानून के बारे विपक्ष देश की जनता के बीच भ्रम फैला रही है। नागरिकता संशोधन कानून-2019 के तहत नागरिकता देने का प्रावधान है ना कि किसी की नागरिकता समाप्त करने का।
नागरिकता संशोधन कानून के बारे विपक्ष देश की जनता के बीच भ्रम फैला रही है। नागरिकता संशोधन कानून-2019 के तहत नागरिकता देने का प्रावधान है ना कि किसी की नागरिकता समाप्त करने का। इस कानून से घुसपैठियों को देश से बाहर करना है। देश में शरणार्थियों का स्वागत है। कानून के संबंध में देश की जनता को विपक्ष गुमराह कर उन्हें सड़क पर लाने का षडयंत्र कर रही है। उक्त बातें शनिवार को स्थानीय भाजपा सांसद छेदी पासवान ने अपने आवास पर आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान कहीं।
सांसद के अनुसार, 13 दिसंबर 2014 के पूर्व से देश में रह रहे किसी भी व्यक्ति को इस कानून से खतरा नहीं है। जनता कानून के इस महत्वपूर्ण तथ्य से अनभिज्ञ है। इसकी अनभिज्ञता को ले लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है। भाजपा सांसद ने कहा कि हमारी पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबको साथ लेकर चलने में विश्वास रखते हैं। हमलोग वोट के लिए नहीं बल्कि देश के लिए राजनीति करते है। सांसद ने देश के जागरूक और बुद्धिजीवियों से अपील की कि इस संबंध में भ्रम नहीं फैलने दे। आम लोगों को इस कानून के मूल बिदुओं से अवगत कराते हुए जागरूक करें। सांसद ने कहा कि विपक्ष के पास जब कोई मुद्दा नहीं बचा तो कानून को ले षडंयत्र फैला कर देश में अस्थिरता पैदा करने का प्रयास कर रहा है। सांसद ने कहा कि नरेंद्र मोदी व उनकी सरकार अबतक जो भी फैसले लिए वे राष्ट्रहित में लिए। यह फैसला भी राष्ट्र हित से जुड़ा है। अगर कांग्रेस व विपक्ष को गलत लग रहा है तो वह सार्वजनिक रूप से कहे कि सरकार में आने पर इन फैसलों को रद कर दिया जाएगा। सांसद ने अपने संसदीय क्षेत्र के सभी धर्मों व संप्रदाय के लोगों से अपील की कि वे शांति व सद्भाव में विश्वास रखें। इस अवसर सांसद के आवास पर भाजपा के जिला महामंत्री शरतचंद्र संतोष, गुप्तेश्वर गुप्ता, मंगलानंद पाठक, अशोक साह, सांसद के निजी सचिव कामेश्वर सिंह, विशाल पासचान समेत कई अन्य भाजपा नेता उपस्थित थे।