स्वास्थ्य सेवाओं की रैंकिग में उछाल, स्थिति यथावत
जिले के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवा पहले की अपेक्षा बेहतर हुई है। चाहे वह संस्थागत प्रसव हो या फिर जननी बाल सुरक्षा आयुष्मान भारत व अन्य कार्यक्रम। इन सभी सेवाओं में प्रगति हुई है।
जिले के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवा पहले की अपेक्षा बेहतर हुई है। चाहे वह संस्थागत प्रसव हो या फिर जननी बाल सुरक्षा, आयुष्मान भारत व अन्य कार्यक्रम। इन सभी सेवाओं में प्रगति हुई है। शायद यही वजह है कि रोहतास जिले के बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने वाले सूबे के टॉप टेन में शामिल होने में कामयाब रहा है, लेकिन सरकारी अस्पतालों की सूरत में कोई बदलाव नहीं दिख रहा है। पिछले एक माह के दौरान रैकिग में 13 अंक के उछाल के साथ 10वें नंबर पर जिला पहुंच गया है। अक्टूबर में जारी रैकिग में जिला 23वें नंबर पर था। इस वर्ष नवंबर में स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रैंकिग में रोहतास को 10वें स्थान पर रखा गया है। जिला को 47 अंक मिले है। जिसमें वेलनेंस सेंटर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के योगदान को अहम माना गया है। मूलभूत सुविधाओं का अभाव झेल रहे अस्पताल :
चाहे वह सदर अस्पताल हो या फिर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र, अनुमंडलीय अस्पताल, रेफरल अस्पताल व पंचायतों में खुले उप स्वास्थ्य केंद्र। ये सरकारी स्वास्थ्य संस्थान अभी भी मूलभूत सुविधाओं व अत्याधुनिक संसाधनों के अभाव को झेल रहा है। केंद्रों पर जो निर्धारित दवाएं उपलब्ध नहीं है। उप स्वास्थ्य केंद्रों पर न तो नर्स की उपस्थिति हो पाती है न एएनएम व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की। बहरहाल अधिकांश उप स्वास्थ्य केंद्र बदहाली व उपेक्षा का दंश झेलने को मजबूर है। दूर नहीं हो सकी जलजमाव की समस्या :
खासकर सदर अस्पताल में आज तक जल जमाव की समस्या दूर नहीं हो सकी है। जबकि इस समस्या के स्थायी निदान के लिए डीएम से लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के निदेशक तक ने आश्वासन दे चुके हैं। विभागीय मंत्री ने भी इसके प्रति अपने को गंभीर होने की बात कही। लेकिन जल जमाव की इस विकट समस्या से जिला अस्पताल को अभी तक छुटकारा नहीं मिल सका है। साल के अधिकांश महीने में जल जमाव रहता है। मरीज व उनके परिजन तक को गंदे पानी को पार कर इलाज कराने जाना पड़ता है। ---------------------
जिले के सरकारी अस्पतालों की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हुआ है। राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से हाल ही में रैंकिग जारी की गई है। जिसमें जिले को 10वें नंबर पर रखा गया है। यह सबसे अच्छी बात है। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग का हर समय प्रयास रहता है कि गांव से लेकर शहर तक के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं को नवंबर एक पर रखा जाए, ताकि लोगों को निजी नर्सिंग होम व चिकित्सकों पर निर्भर न रहना पड़े। सुविधाओं व संसाधनों को भी दुरुस्त किया जा रहा है। सरकारी अस्पताल को आने वाले वर्षों में जी-6 भवन उपलब्ध होगा, जो स्वास्थ्य सेवा को और बेहतर बनाने में मील का पत्थर साबित होगा।
डॉ. जनार्दन शर्मा, सिविल सर्जन रोहतास।