सुशील मोदी बोले- सासाराम हिंसा JDU-RJD की सोची समझी साजिश, जानबूझकर भाजपा को फंसाया, न्यायिक जांच कराए सरकार
पूर्व विधायक से मिलने के बाद राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने कहा कि सासाराम की हिंसा राजद-जदयू गठजोड़ की सोची समझी साजिश का हिस्सा है। इसका नतीजा पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद की गिरफ्तारी है। घटना के 40 दिन बाद जवाहर पर हत्या की प्राथमिकी दर्जकर उनकी गिरफ्तारी की गई।
जागरण संवाददाता, सासाराम : राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी बुधवार को सासाराम पहुंचे। वे सांप्रदायिक हिंसा फैलाने के आरोप में गत तीन सप्ताह से जेल में बंद तथा इलाज के लिए सदर अस्पताल लाए गए पार्टी के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद से मिलकर उनका हालचाल जाना।
उनके साथ विधान पार्षद संतोष कुमार सिंह व निवेदिता सिंह भी पहुंचीं। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. केएन तिवारी के नेतृत्व में चिकित्सकों की टीम ने पूर्व विधायक का स्वास्थ्य परीक्षण कर अद्यतन स्थिति से उन्हें अवगत कराया।
पूर्व विधायक से मिलने के बाद राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने कहा कि सासाराम की हिंसा राजद-जदयू गठजोड़ की सोची समझी साजिश का हिस्सा है। इसका नतीजा पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद की गिरफ्तारी है। कारण कि घटना के 40 दिन बाद पूर्व विधायक पर हत्या की प्राथमिकी कर उनकी गिरफ्तारी की गई है। हिंसा के दौरान घायल युवक की मौत के 35 दिन बाद पुलिस ने पूर्व विधायक पर हत्या की प्राथमिकी की। इसके पहले उनका नाम किसी भी प्राथमिकी में नहीं था। यहां तक कि जिस रिश्तेदार के घर युवक आया था, उसे भी पुलिस ने जेल भेज दिया।
पुलिस ने बताया पथराव को मौत का कारण
जिला प्रशासन व रोहतास पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि युवक की मौत गोली लगने से हुई थी, जबकि पुलिस ने मौत का कारण पथराव बता असल दोषियों को बचाने का काम किया। सबसे बड़ा सवाल तो यह कि पर्याप्त संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती नहीं की गई। इसलिए पूरे मामले की जांच किसी सेवानिवृत या वर्तमान में कार्यरत न्यायिक पदाधिकारी से करानी चाहिए।
सुशील मोदी ने कहा कि यह सब कुछ सम्राट अशोक की जयंती पर सासाराम में आयोजित केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के कार्यक्रम को रद्द कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने जानबूझकर ऐसा कराया था।
उन्होंने कहा कि एक थानाध्यक्ष ने पुलिस व प्रशासन के वरीय अधिकारियों की मौजूदगी में पूरे शहर में धारा 144 लागू होने की घोषणा कर रहा है। कार्यक्रम स्थगित होते जिलाधिकारी इससे इनकार कर रहे हैं, जिससे स्पष्ट है कि सब कुछ गृहमंत्री के होने वाले कार्यक्रम को रद्द कराना था। कहा कि पूरे मामले को संसद की कार्यवाही के दौरान उठा न्यायिक जांच कराने की मांग भी उनके द्वारा की जाएगी।
जवाहर से मिले सुशील मोदी, कराई जाए जांच
सुशील मोदी के सासाराम हिंसा मामले में गिरफ्तार पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद से सदर अस्पताल सासाराम के कैदी वार्ड में मुलाकात करने पर जदयू ने आपत्ति जताते हुए मुख्य सचिव से जांच की मांग की है।
पार्टी के रोहतास जिला के मुख्य प्रवक्ता रिंकू सिंह ने कहा कि पूर्व विधायक को इलाज के नाम पर सदर अस्पताल में भर्ती कराना और अगले दिन राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी का सदर अस्पताल सासाराम के कैदी वार्ड में मिलना नियम के मुताबिक गलत है। पूर्व विधायक जानते थे कि जेल प्रशासन द्वारा उन्हें सुशील मोदी से मुलाकात नहीं करने दिया जाएगा, इसलिए बीमारी बता अस्पताल में भर्ती हो