अब आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चे पीएंगे दूध, होंगे सेहतमंद
रोहतास। बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए अब आंगनबाड़ी केंद्रों पर तीन से छह साल तक के बच्चों को सप्
रोहतास। बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए अब आंगनबाड़ी केंद्रों पर तीन से छह साल तक के बच्चों को सप्ताह में एक दिन सुधा का दूध उपलब्ध कराया जाएगा। इसकी लिए पाउडर दूध के पैकेट भी जिले को प्राप्त हो गया है। 18 ग्राम पाउडर से डेढ़ सौ मिली लीटर पानी में घोल दूध तैयार कर बच्चों को उपलब्ध कराया जाना है। इस सूधा दूध पाउडर की खासियत यह कि इसमें विटामिन, मिनरल समेत पौष्टिकता के तमाम अवयव उपलब्ध रहेंगे। जिससे बच्चों का कुपोषण दूर कर उन्हें सेहतमंद बनाया जाएगा।
बाल विकास परियोजना से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि चालू माह में जिले में तीन साल से छह वर्ष तक के 14580 बच्चों को लगभग ढ़ाई आंगनवाड़ी केन्द्रों पर 5248 पैकेट के माध्यम से 1054 किलो ग्राम सुधा दूध प्रत्येक बुधवार को उपलब्ध कराने का निर्देश समेकित बाल विकास परियोजना निदेशालय ने दिया है।
बाल विकास परियोजना से ऑनलाइन सुधा दूध की मांग वास्तविक लाभार्थी के आधार पर कॉम्फेड से की गई थी। जिले के 19 प्रखंडों में लगभग ढाई हजार आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। प्रोटीन की कमी को दूर करेगा दूध :
तीन से छह वर्ष के बच्चों में मानसिक एवं शारीरिक विकास के लिए उनके खाने में प्रोटीन की जरूरत अधिक होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए आंगनबाड़ी केन्द्रों पर सुधा दूध के माध्यम से प्रोटीन की कमी को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए 18 ग्राम सुधा दूध पाउडर को 150 मिली लीटर शुद्ध पेयजल में घोलकर बच्चों को दिया जाना है। जिला स्तर पर आंगनबाड़ी सेविकाओं व सहायिकाओं को इसके लिए प्रशिक्षण भी दिया गया है। कहती हैं अधिकारी :
जिले के लगभग ढाई हजार आंगनबाड़ी केंद्रों पर तीन से छह साल तक के 14580 बच्चों को कुपोषण दूर करने के लिए सुधा दूध का पाउडर उपलब्ध कराया जा रहा है। जहां आंगनबाड़ी सेविका शुद्ध पानी में पाउडर दूध का घोल बना बच्चों को उपलब्ध कराएंगी। दूसरे फेज में गर्भवती महिलाओं को भी दूध उपलब्ध कराया जाएगा। इससे बच्चे सेहतमंद होंगे।
सुनीता
डीपीओ-रोहतास