शिक्षक बच्चों को शिक्षा के साथ दें संस्कार : डीईओ
रोहतास। स्कूल को विद्या का मंदिर कहा जाता है। स्कूल में शिक्षा के साथ-साथ संस्कार देना शिक्षक का कर
रोहतास। स्कूल को विद्या का मंदिर कहा जाता है। स्कूल में शिक्षा के साथ-साथ संस्कार देना शिक्षक का कर्तव्य है। उक्त बातें रविवार को आरा- सासाराम रोड़ पर लालगंज में स्थित अरिहंत पब्लिक स्कूल का उद्घाटन के दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी महेंद्र पोद्दार ने कही।
कहा कि शिक्षा से ही चरित्र का निर्माण होता है। अगर जिस शिक्षा से चरित्र का निर्माण न हो, वह शिक्षा नहीं है।अनुशासन का मतलब होता है कि व्यक्ति स्वयं अपने से कार्य करे। यदि दबाव में कोई अपना काम करता है तो उसे शासन कहते है। स्कूल के एमडी एसके ¨सह ने कहा कि व्यवसायिकरण के इस दौर में शिक्षा को कई लोग गलत दिशा में ले जा रहे हैं। लोग संस्थान खोल सिर्फ धनोपार्जन का माध्यम बनाने लगे है। कहा कि विद्यालय के पल्लवित व पुष्पित होने पर समाज के वंचित वर्ग के बच्चों को संस्थान में निशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। संचालन कर रहे वाराणासी डीपीएस स्कूल के प्राचार्य एसके तिवारी ने विद्यालय के उज्जवल भविष्य की कामना की। कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना शिक्षक का परम कर्तव्य है। शिक्षकों से अपने गरिमा बनाए रखने को कहा। कहा कि किसी भी देश के नव निर्माण में शिक्षकों की भूमिका अति महत्वपूर्ण होती है। प्राचार्य रिप्सा स्टेला मसीह ने आगत अतिथियों व अभिभावकों का स्वागत किया। उद्घाटन के अवसर पर छोटे बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर उपस्थित लोगों को मंतर मुग्ध कर दिया। विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य विकास कुमार पकंज, मुकेश कुमार, अमरेंद्र कुमार मुन्ना व विमलेश ¨सह समेत कई अन्य शिक्षक मौके पर उपस्थित थे।