फिर से पांव जमाने में जुटे नक्सली, स्पेशल ब्रांच ने जताई आशंका
रोहतास। जिले में मंद पड़ी नक्सल विरोधी अभियान का असर दिखने लगा है। कार्रवाई से भयभीत रहने वाले नक्सली
रोहतास। जिले में मंद पड़ी नक्सल विरोधी अभियान का असर दिखने लगा है। कार्रवाई से भयभीत रहने वाले नक्सली पहाड़ी इलाकों में फिर से अपना पांव जमाने में जुट गए हैं। इस बात का खुलासा सरकार की स्पेशल ब्रांच ने किया है। पिछले दिनों जिले की गतिविधियों पर आधारित सरकार को भेजी गई रिपोर्ट में रोहतास, बड्डी, आलमपुर समेत पूर्व के नक्सल प्रभावित अन्य थाना क्षेत्रों में लोगों को डरा-धमका कर रंगदारी मांगने की बात अधिकारियों ने कही है। जिसमें नक्सली मनोज यादव व उसके गिरोह के सदस्यों द्वारा रंगदारी मांगने की बात सामने आई है।
विशेष शाखा के अधिकारियों ने ब्रांच के पुलिस उपाधीक्षक को भेजे रिपोर्ट में कहा है कि रोहतास पूर्व से ही नक्सल प्रभावित जिलों में रहा है। रोहतास, चुटिया, नौहट्टा, यदुनाथपुर, चेनारी, दरिगांव, बड्डी थाना क्षेत्र मुख्य रूप से प्रभावित रहता है। एक समय ऐसा था, जब नक्सलियों के तांडव से लोग त्राहिमाम थे। परंतु उनके खिलाफ चले वृहद पैमाने पर अभियान के कारण कुछ नक्सली सरेंडर किए तो कई को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफल रही। लेकिन आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास योजना के तहत समुचित लाभ नहीं मिलने के कारण वे फिर से मुख्य धारा से विमुख होने लगे हैं। वे अपना गिरोह नए सिरे से बनाने में जुट गए हैं। इनके विरूद्ध सतत अभियान चलाने जाने की आवश्यकता है।
पिछले दो माह के दरम्यान रोहतास पुलिस ने सीआरपीएफ के सहयोग से नौहट्टा थाना क्षेत्र से चार नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुका है। जिसमें उमकांत, तिलेश्वर सिंह, मुकेश कुमार व प्रमोद राम शामिल था, जो पूर्व के भी नक्सली कांडों में शामिल थे। वहीं पुलिस दबिश के कारण एक दिन पूर्व नक्सली विनोद खरवार आत्मसमर्पण करने को मजबूर हुआ।