कागज को देकर आकार दिव्यांग महिलाएं कर रहीं रोजगार
पूर्णिया। दिव्यांगता के कारण कभी समाज में अपने को उपेक्षित महसूस करने वाली महिलाएं आज रोजगार से
पूर्णिया। दिव्यांगता के कारण कभी समाज में अपने को उपेक्षित महसूस करने वाली महिलाएं आज रोजगार से जुड़कर अपनी पहचान बना रही हैं। जीविका के दिव्यांग संकुल समूह के माध्यम से इन महिलाओं ने साइट सेवर संस्थान से कागज को आकार देकर रोजगार का प्रशिक्षण प्राप्त की है।
बनमनखी अनुमंडल के धरहरा में संचालित समूह की 25 दिव्यांग महिलाएं अपनी दिव्यांगता को पीछे छोड़कर नया हुनर सीखकर समाज में मिसाल पेश कर रही हैं। कभी किसी पर आश्रित यह दिव्यांग महिलाएं जीविका समूह से जुड़कर साइट सेवर संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त कर आत्मनिर्भर बनकर जीवकोपार्जन कर रही हैं।
जीविका के प्रखंड प्रोजेक्ट मैनेजर दिलीप कुमार मेहता बताते हैं कि इन महिलाओं को संस्थान की ओर से डायरी, राइटिंग पैड, कागज का थैला आदि निर्माण का प्रशिक्षण दिया गया। अब ये महिलाएं निर्माण कार्य से जुड़कर उत्पाद तैयार करने में निपुण हो गई हैं और बेहतर उत्पाद तैयार कर रही हैं। यह अपने घर पर या संकुल केंद्र पहुंचकर इसे तैयार करती हैं। इन उत्पादों को जिला प्रशासन भी खरीदारी की अनुमति दी है। डायरी और राइटिंग पैड जैसे उपयोगी सामान जिला प्रशासन के विभिन्न कार्यालय में पहुंचेगी। वहीं तैयार उत्पाद को अब बाजार तक पहुंचाने की भी तैयारी चल रही है।
पॉलीथिन बैन बाद मिला रोजगार का अवसर
इन महिलाओं को पॉलीथिन बैन के बाद रोजगार का नया अवसर मिला है। पॉलीथिन बंद होने के बाद जीविका के अधिकारियों ने ऐसे दिव्यांगों को क्षमता के अनुसार रोजगार दिलाने के लिए स्वरोजगार की तलाश की। इसके बाद उनके लिए उपयुक्त कागज से जुड़े कामकाज को देखकर संकुल तैयार कर स्वरोजगार से जोड़ा गया।