पोषण वाटिका में बताया सूक्ष्म पद्धति से ¨सचाई का तरीका
पूर्णिया। प्रखंड के आदर्श मध्य विद्यालय अनूप नगर बेलौरी में शनिवार को सूक्ष्म ¨सचाई विधि से ¨सचाई कर
पूर्णिया। प्रखंड के आदर्श मध्य विद्यालय अनूप नगर बेलौरी में शनिवार को सूक्ष्म ¨सचाई विधि से ¨सचाई करने में प्रयुक्त होने वाले ड्रिप एवं स्प्रिंकलर यंत्रों का प्रदर्शन शिक्षकों, छात्रों एवं ग्रामीणों के बीच किया गया। इस क्रम में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका जयश्री ¨सह, शिक्षक मनोरमा देवी, विजेंद्र झा, दुलारचंद ऋषि, पोषण वाटिका कर्मी, छात्र-छात्राएं आदि उपस्थित थे। इस मौके पर जिला कृषि सलाहकार अंकुरण टीएन पांडेय ने कहा कि अगर हम ड्रिप तथा स्प्रिंकलर के द्वारा पोषण वाटिका में ¨सचाई करते हैं तो इससे पानी की काफी बचत होगी एवं उत्पादकता 25 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी। उन्होंने बताया कि पूर्णिया जिले के अंतर्गत सात प्रखंडों के एक सौ विद्यालयों में अंकुरण परियोजना यूनिसेफ, डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा एवं मध्याह्न भोजन निदेशालय के सहयोग से चलाई जा रही है। इस परियोजना के अंतर्गत आने वाले सभी मध्य विद्यालयों में पोषण वाटिका का संचालन हो रहा है। परियोजना के नवाचार गतिविधि के अंतर्गत कृषि विश्वविद्यालय पूसा के द्वारा चु¨नदा विद्यालयों में सूक्ष्म ¨सचाई की व्यवस्था कराई जा रही है। विद्यालयों में ड्रिप तथा स्प्रिंकलर यंत्रों को लगाया जा रहा है। यह कार्य कृषि विश्वविद्यालय पूसा के खाद्य एवं पोषण विभाग के अध्यक्ष डॉ. उषा ¨सह के नेतृत्व में किया जा रहा है। इसमें आने वाले सभी खर्चों का वहन विश्वविद्यालय के द्वारा किया जा रहा है। इस क्रम में श्री पांडे ने बताया कि पोषण वाटिका में इन यंत्रों को लगाने का मुख्य उद्देश्य बच्चों को पानी की बचत से अवगत कराना भी है। बताया कि इस योजना का लाभ प्रथम चरण में दस विद्यालयों को दिया जा रहा है। बाद में इसे शेष अंकुरण विद्यालयों में विस्तारित किया जाएगा।