दो थानाध्यक्षों सहित छह पुलिसकर्मी को एसपी ने किया निलंबित
पुलिस विभाग में कर्तव्य निष्ठा और ईमानदारी से काम नहीं करने वाले दो थानाध्यक्ष सहित अन्य चार पुलिसकर्मी को एसपी विशाल शर्मा ने निलंबित कर दिया है। एसपी ने महिला थानाध्यक्ष माधुरी कुमारी और चंपानगर थानाध्यक्ष को ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित किया है। वहीं उपस्कर शाखा के वर्तमान एवं पूर्व शाखा प्रभारी और दो शाखा कार्यालय में कार्यरत दो पुलिसकर्मी को सामान खरीदारी में अनियमितता बरतने के आरोप में कार्रवाई की गई है।
पूर्णिया। पुलिस विभाग में कर्तव्य निष्ठा और ईमानदारी से काम नहीं करने वाले दो थानाध्यक्ष सहित अन्य चार पुलिसकर्मी को एसपी विशाल शर्मा ने निलंबित कर दिया है। एसपी ने महिला थानाध्यक्ष माधुरी कुमारी और चंपानगर थानाध्यक्ष को ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित किया है। वहीं उपस्कर शाखा के वर्तमान एवं पूर्व शाखा प्रभारी और दो शाखा कार्यालय में कार्यरत दो पुलिसकर्मियों को सामान खरीदारी में अनियमितता बरतने के आरोप में कार्रवाई की गई है। उपस्कर शाखा के वर्तमान शाखा प्रभारी दर्शन भगत, कार्यालय में कार्यरत दो मुंशी दयानंद कुमार व विकास कुमार और पूर्व के शाखा प्रभारी अजय कुमार पर निलंबन की कार्रवाई की गई है। बताते चलें कि पूर्व शाखा प्रभारी अजय कुमार का स्थानांतरण भागलपुर हो चुका है। उसके विरुद्ध कार्रवाई की अनुसंशा एसपी ने डीआइजी को की है।
एसपी ने बताया कि महिला थानाध्यक्ष पर वरीय अधिकारी का फोन रिसीव नहीं करने के आरोप में थानाध्यक्ष द्वारा संतोषप्रद जवाब नहीं दिया गया था। मामले की जांच कराई गई। जिसमें दोषी पाए जाने पर उसके विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की गई है। वहीं चंपानगर थानाध्यक्ष घनश्याम कुमार द्वारा पीड़ित की समय से प्राथमिकी दर्ज नहीं करने की शिकायत मिली थी। शिकायत मिलने पर मामले की जांच में थानाध्यक्ष द्वारा लापरवाही बरतने की बात सामने आई थी। एफआइआर दर्ज करने में लापरवाही के आरोप में उन्हें निलंबित किया गया है। एसपी ने कहा कि समय से एफआइआर दर्ज नहीं करने पर विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
उपस्कर शाखा में चल रहा था अनियमितता का खेल
पुलिस लाइन स्थित उपस्कर शाखा में वर्षों से अनियमितता का खेल चल रहा था। इस खेल में शाखा प्रभारी से कार्यालय में काम करने वाले पुलिसकर्मी तक की संलिप्तता रहती थी। इस अनियमितता का उजागर एसपी ने डेढ़ माह पूर्व पुलिस कार्यालय में सप्लाई करने वाले ¨प्रटर के टोनर पर अंकित कीमत से अधिक कीमत वसूलने के दौरान किया था। बिल पास करने के दौरान एसपी ने उस सामान का बाजार से वास्तविक कीमत पता किया और बिल में अंकित कीमत से मिलाया तो घालमेल का खुलासा हुआ। उस दौरान थान चौक स्थित एक सप्लायर दुकानदार को पुलिस विभाग से अधिक कीमत वसूलकर व्यवसाय को आगे बढ़ाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद एसपी ने मामले का जांच करवाना शुरू किया तो जिला स्कूल रोड स्थित एक अन्य सप्लायर द्वारा पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से सामान के निर्धारित कीमत से अधिक वसूली करने का मामला पकड़ में आया था। उस मामले में एक पुलिसकर्मी भी संदेह के घेरे में आए थे। उस दौरान सप्लायर को जेल भेजा गया था और पुलिसकर्मी की संलिप्तता की जांच शुरू की गई थी। जांच में मामला सत्य पाए जाने पर एसपी ने उपस्कर शाखा के प्रभारी सहित कर्मियों पर कार्रवाई की है।