एमआर टीकाकरण के बाद बिगड़ी छात्रा की तबीयत
पूर्णिया। बच्चों को खसरा व रूबेला से सुरक्षा प्रदान करने के लिए नौ माह से 15 साल तक के बच्चों क
पूर्णिया। बच्चों को खसरा व रूबेला से सुरक्षा प्रदान करने के लिए नौ माह से 15 साल तक के बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा है। मंगलवार को एमआर के टीके से प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मध्य विद्यालय नेहुरी की एक छात्रा की तबीयत बिगड़ गई।
15 जनवरी से प्रखंड क्षेत्र में टीकाकरण की शुरुआत हुई थी। प्रखंड क्षेत्र में 76 हजार बच्चों का टीकाकरण होना है। मंगलवार को प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय नेहुरी में वर्ग चार की दस वर्षीय छात्रा किस्मती बेगम की तबीयत इंजेक्शन लगवाने के बाद बिगड़ गई। मौजूद शिक्षक एवं एएनएम ने इसकी सूचना चिकित्सा पदाधिकारी को दी। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य प्रबंधक कुमार वरुण एवं डॉ. ममतेश कुमार ने मौके पर पहुंच कर छात्रा का सामान्य उपचार किया। उपचार बाद छात्रा की हालत में सुधार हो गई। स्वास्थ्य प्रबंधक ने बताया कि अब तक 12 हजार बच्चों को टीके लग चुके हैं। कुछ बच्चों को इंजेक्शन से डर लगता है। जिसके चलते इस तरह की समस्या उत्पन्न होती है। उन्होंने बताया कि टीकाकरण सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने बताया कि इस टीका का कोई दुष्प्रभाव बच्चों के शरीर पर नहीं पड़ता है।
उन्होंने बताया कि खाली पेट टीका नहीं लगवाएं, टीकाकरण कराने के बाद बच्चे भागदौड़ न कर कम से कम आधा घटा बैठे रहें। अगर टीकाकरण कराने के बाद कोई दिक्कत हो तो बच्चों को ग्लूकोज का घोल पिलाएं।