पुलिस को खुद को घिरता देख थाना पहुंचा था मनजीत सिंह, भेजा गया जेल
पूर्व जिला परिषद विश्वजीत सिंह उर्फ रिटू सिंह हत्याकांड मामले में संदेहास्पद आरोपित मनजीत सिंह को पुलिस ने गुरुवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
जागरण संवाददाता, पूर्णिया। पूर्व जिला परिषद विश्वजीत सिंह उर्फ रिटू सिंह हत्याकांड मामले में संदेहास्पद आरोपित मनजीत सिंह को पुलिस ने गुरुवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बुधवार संध्या पुलिस से घिरता देख मनजीत सिंह खुद थाना पहुंचा था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। हत्याकांड के समय उसकी वहां मौजूदगी व पूर्व जिला पार्षद से बातचीत करने संबंधी वीडियो वायरल होने के आधार पर उसकी गिरफ्तारी हुई है।
घटना के बाद वह लगातार फरार चल रहा था। पुलिस लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई थी। सरसी थाना अध्यक्ष एम ए हैदरी ने बताया कि भूमिगत मनजीत सिंह की खोज के लिए पुलिस के टेक्निकल सेल द्वारा उस पर नजर रखा जा रहा था। वह जिस मोबाइल का यूज कर रहा था, उसकी पल-पल की जानकारी पुलिस ले रही थी। बुधवार दोपहर सरसी पुलिस को यह सूचना मिली की वह पुल घाट के नजदीक एक ईंट के भट्ठे में छुपा हुआ है। इस सूचना के बाद ही पुलिस पुल घाट के लिए रवाना हो गई।साथ ही उसके मोबाइल लोकेशन पर भी पुलिस की नजर टिकी रही। यह भान होते हुए वह भागकर सरसी थाना परिसर में दाखिल हुआ और उसे पुलिस उसे अपने कब्जे में ले लिया। पूर्व जिला परिषद हत्याकांड में दो लाइनर की गिरफ्तारी के लगभग 15 दिन बाद मनजीत सिंह की गिरफ्तारी हुई। गिरफ्तार मनजीत सिंह कटिहार जिले के गुवागाछी गांव का रहने वाला है। फिलहाल वह सरसी में रह रहा था। बता दें कि 12 नवंबर की संध्या करीब 5:15 बजे पूर्व जिला परिषद की हत्या सरसी थाना के समीप कर दी गई थी। वायरल वीडियो में यह दिख रहा था कि पूर्व जिला परिषद रिटू सिंह घटना के दौरान मनजीत सिंह से बात कर रहा था। इसी बीच अपराधियों द्वारा उनके सिर एवं सीने में तीन गोलियां मार दी, इससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर उनकी पत्नी के बयान पर आशीष सिंह ऊर्फ अटिया तथा सुदेश सिंह को नामजद तथा दो अज्ञात व्यक्ति की संलिप्तता के संबंध में आवेदन दिया गया था।स्थानीय पुलिस द्वारा दोनों नामजद अभियुक्त के घर इश्तिहार चिपकाकर कुर्की जब्ती भी की जा चुकी है। इस केस में अभी तक पुलिस इस गिरफ्तारी के अतिरिक्त दो नाबालिग लाइनर की भी गिरफ्तारी हो चुकी है।