भजन व गीत गुनगुनाएंगे सेंट्रल जेल के कैदी
पूर्णिया। गांधी जयंती पर केंद्रीय कारा के बंदी ऐ मालिक तेरे बंदे हम ऐसे हों हमारे करम
पूर्णिया। गांधी जयंती पर केंद्रीय कारा के बंदी ऐ मालिक तेरे बंदे हम, ऐसे हों हमारे करम..जैसे गीत गुनगुनाएंगे। कारा में गांधी जयंती पर दो अक्टूबर को संगीत कार्यक्रम के आयोजन को लेकर जोर शोर से तैयारी की जा रही है। जयंती पर कारा में कैदी बापू के भी भजन प्रस्तुत करेंगे। इसके लिए कैदियों को डा. जयदीप मुखर्जी नृत्य और संगीत की ट्रेनिग दे रहे हैं।
जयदीप मुखर्जी ने बताया कि केंद्रीय कारा के विभागीय निर्णय के अनुरूप सामाजिक सरोकार के तहत कैदियों में संस्कृति के विस्तार के लिए सांस्कृतिक गतिविधियों से जोड़ा जा रहा है। मन के अंधरे को दूर करने के उद्देश्य से नृत्य-संगीत और रंगमंचीय विधा से जुड़े प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं। जयदीप ने बताया कि पूर्णिया केंद्रीय कारा प्रशासन की यह काफी सराहनीय पहल है। इसके लिए इन कला विधा के विशेषज्ञों को जेल प्रशासन ने कैदियों को प्रशिक्षित करने की जवाबदेही सौंपी है। इसी कड़ी में जाने-माने नृत्य और संगीत गुरु डा. जयदीप मुखर्जी को भी जेल के कैदियों को संगीत के माध्यम से मन की शक्ति प्रदान करने की जवाबदेही प्रदान की गयी है। जयदीप मुखर्जी उत्तर भारत के गिने-चुने शास्त्रीय नृत्य शैली भरतनाट्यम के नृत्य गुरुओं में शामिल हैं। वे रविद्र संगीत के ज्ञाता के रूप में भी जाने जाते हैं। उनकी अपनी कला विधा में विशेष ख्याति है।
डा. जयदीप मुखर्जी के प्रशिक्षित शिष्यों ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। जयदीप सुगम संगीत के भी ज्ञाता माने जाते हैं। केंद्रीय कारा में संगीत प्रशिक्षण में इनके सहयोगी के रूप में इनके शिष्य सूरज साहनी भी शामिल हैं। सूरज साहनी भी शास्त्रीय नृत्य भरत नाट्यम तथा संगीत विधा के क्षेत्र में एक निपुण कलाकार के रूप में स्थानीय मंचों से लेकर राष्ट्रीय स्तर के मंच पर अपना हुनर बिखेर चुके हैं। प्रशिक्षित कैदियों द्वारा दो अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर केंद्रीय कारा के अंदर ही आयोजित सांस्कृतिक आयोजन में कार्यक्रम की प्रस्तुति करेंगे।