रेल संपत्ति एवं रेलयात्रियों की सुरक्षा के लिए वचनबद्ध है आरपीएफ
पूर्णिया। पूर्व मध्य रेलवे के सहरसा-पूर्णिया रेलखंड स्थित बनमनखी जंक्शन पर रेलवे सुरक्षा बल एवं
पूर्णिया। पूर्व मध्य रेलवे के सहरसा-पूर्णिया रेलखंड स्थित बनमनखी जंक्शन पर रेलवे सुरक्षा बल एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने संयुक्त रूप से शुक्रवार को रेल संपत्ति एवं रेलयात्रियों की सुरक्षा-संरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान चलाया। मौके पर आरपीएफ के इंस्पेक्टर रमेश कुमार ने कहा कि रेल संपत्ति की रक्षा व देखभाल के लिए 1957 में बल का गठन किया गया है। जबकि 20 सितम्बर 1985 में रेलवे सुरक्षा बल को पैरामिलिट्री का दर्जा मिला। इसके बाद रेलवे सुरक्षा बल के जवान अनवरत रेल संपत्ति की सुरक्षा करने में जुटे हैं। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के दौरान यात्री और माल परिवहन के अपने मुख्य कार्यों को बनाए रखने और उन्नत करने के लिए न केवल एक समग्र और बहुपक्षीय ²ष्टिकोण अपनाया गया है, बल्कि इस अ²श्य दुश्मन से लड़ने के लिए अपरंपरागत और नए क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया गया। इस दौरान यात्रियों को दी जा रही सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि आरपीएफ रेल संपत्ति एवं रेलयात्रियों की सुरक्षा के लिए वचनबद्ध है।
अभाविप राष्ट्रीय कार्यकारिणी परिषद सदस्य शशि शेखर कुमार ने कहा कि रेल संपत्ति हमारी संपत्ति है, इसलिए रेलवे को किसी भी तरह की क्षति हमारी क्षति है। महिला यात्रियों, दिव्यांग यात्रियों तथा बच्चों को विशेष रूप से जहरखुरानी गिरोह से सावधान रहना होगा और अनजान व्यक्तियों से कुछ भी लेकर नहीं खाना चाहिए। चलती गाड़ी से उतरना व चढ़ना एवं चेन खींच कर ट्रेन रोकना दंडनीय अपराध है। हमें रेलवे संपत्ति एवं रेलयात्रियों की सुरक्षा संरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध रहना चाहिए। जिला संयोजक अभिषेक आनंद ने कहा कि कोसी एक्सप्रेस के रात्रि में पटना से वापसी के दौरान मुरलीगंज एवं बनमनखी के बीच रेलयात्रियों द्वारा कहीं भी चेन खींचकर रोका जाता है जो खतरनाक है। इससे रेल संपत्ति एवं रेलयात्रियों की सुरक्षा संरक्षा को खतरा रहता है। रेलवे बोर्ड को भी छात्रों की परेशानियों को देखते हुए जानकीनगर रेलवे स्टेशन पर एक्सप्रेस ट्रेन के ठहराव को लेकर विचार करना चाहिए।
इस मौके पर आरपीएफ के उपनिरीक्षक देवल मंडल, सहायक उपनिरीक्षक शंकर प्रसाद रजक, बद्री प्रसाद मंडल, मो. अब्बास, प्रधान आरक्षी मो. समशाद, मो. जसीम, आरक्षी मोहित कुमार सिंह, प्रियरंजन कुमार, अभाविप के प्रदेश कार्यकारिणी परिषद सदस्य नीतिश कुमार पासवान, मनीष कुमार, बादल भगत, विक्रम चौधरी, विशाल कुमार, अनुज कुमार, राहुल कुमार सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।