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बिना संबद्धता प्राप्त विषयों एवं संकायों में लिया गया नामांकन अब कॉलेजों के लिए बनी मुसीबत

पूर्णिया विश्वविद्यालय के आदेश पर राज्य सरकार से बिना संबद्धता प्राप्त विषयों एवं संकायों में कॉलेज द्वारा लिया गया नामांकन अब उनके लिए ही मुसीबत बन गया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 11:36 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 11:36 PM (IST)
बिना संबद्धता प्राप्त विषयों एवं संकायों में लिया गया नामांकन अब कॉलेजों के लिए बनी मुसीबत
बिना संबद्धता प्राप्त विषयों एवं संकायों में लिया गया नामांकन अब कॉलेजों के लिए बनी मुसीबत

पूर्णिया । पूर्णिया विश्वविद्यालय के आदेश पर राज्य सरकार से बिना संबद्धता प्राप्त विषयों एवं संकायों में कॉलेज द्वारा लिया गया नामांकन अब उनके लिए ही मुसीबत बन गया है। बिना संबद्धता प्राप्त विषयों एवं संकायों में नामांकित छात्र-छात्राओं को नजदीक के कॉलेजों में स्थानांतरित करने संबंधी विवि के आदेश से प्रधानाचार्यों की परेशानी बढ़ गई है। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि ऐसे छात्रों की सूची किन कॉलेजों को भेजी जाए, जहां उनका नामांकन हो सके। नामांकित छात्रों को स्थानांतरित करने से पहले कॉलेज को वहां संबंधित विषयों एवं संकायों में रिक्ति का पता करना होगा। ताकि विवि के आदेश पर उनके द्वारा भेजी गई सूची में शामिल छात्र-छात्राओं का समायोजन हो सके। चूंकि इन दोनों सत्र में कॉलेज ने अपने यहां निर्धारित सीट पर विवि की सूची के अनुरूप नामांकन ले चुका है। अब उनके यहां सीट खाली है या नहीं, इस बात की जानकारी विवि ही जुटा सकती है। ऐसे में कॉलेजों के लिए विवि का आदेश गले की फांस बन गई है। न इनकार करते बन रहा है और न ही उनका नामांकन कराने में वे अपने आप को सक्षम मान रहे हैं। ऐसे में अंतत: विवि के गलत निर्णय से विद्यार्थी का ही नुकसान होना है। शैक्षणिक सत्र 2019-20 एवं 2020-21 में नामांकन

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विवि अंतर्गत आठ कॉलेज में शिक्षा विभाग की बिना संबद्धता के विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय के अलावा आधा दर्जन विषयों में नामांकन लिया गया था। जिसपर शिक्षा विभाग, बिहार सरकार के विशेष सचिव ने पिछले दिनों विवि को पत्र भेजकर ऐसे विषय एवं संकाय का संबंद्धन निरस्त करते हुए नामांकित छात्रों एवं छात्राओं को निकटवर्ती कॉलेजों में स्थानांतरित/समायोजन करने का निर्देश दिया था। जिसके बाद रजिस्ट्रार ने

शैक्षणिक सत्र 2019-20 एवं 2020-21 में छह कॉलेजों में वाणिज्य एवं विज्ञान संकाय में नए नामांकन पर रोक लगा दी थी। साथ ही पूर्णिया कॉलेज में मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, गृहविज्ञान एवं संगीत और डीएस कॉलेज कटिहार में समाजशास्त्र, भूगोल, गृहविज्ञान एवं संगीत में भी वर्तमान सत्र से नामांकन नहीं लेने का निर्देश दिया था। इसके तहत छह कॉलेजों में दो कॉलेज एमजेएम महिला कॉलेज कटिहार, नेहरू कॉलेज बहादुरगंज में विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय एवं दो कॉलेज पूर्णिया महिला कॉलेज, जीएलएम कॉलेज बनमनखी में वाणिज्य संकाय में नामांकन पर रोक लगाई थी। इसके अलावा पूर्णिया कॉलेज में मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, गृहविज्ञान एवं संगीत और डीएस कॉलेज कटिहार में समाजशास्त्र, भूगोल, गृहविज्ञान एवं संगीत में अब नामांकन नहीं लेने का निर्देश दिया था। इस संबंध में पूर्णिया विवि के रजिस्ट्रार ने डीएस कॉलेज कटिहार, एमजेएम कॉलेज कटिहार, पूर्णिया महिला कॉलेज, जीएलएम कॉलेज बनमनखी, फॉरबिसगंज कॉलेज फॉरबिसगंज, नेहरू कॉलेज बहादुरगंज, पूर्णिया कॉलेज पूर्णिया, राजकीय डिग्री कॉलेज धमदाहा और राजकीय डिग्री कॉलेज बायसी के प्रधानाचार्य को पत्र जारी किया था। जिसके तहत इन महाविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2019-20 एवं 2020-21 में बिना संबद्धता प्राप्त विषयों एवं संकायों में नामांकित छात्र-छात्राओं को निकटवर्ती कॉलेजों में स्थानांतरित/समायोजन करने का निर्देश दिया था। छह कॉलेज को नामांकन की मिली थी अनुमति --------------- पूर्णिया विवि ने छह कॉलेज को वाणिज्य एवं विज्ञान संकाय के अलावा कुछ विषयों में नामांकन की अनुमति दी थी। कॉलेज को नामांकन की यह अनुमति सात मई 2019 को विवि के संबद्धन समिति के सदस्य सचिव जेपी विकर्तण की ओर से जारी अधिसूचना के माध्यम से दी गई थी। इसमें दो कॉलेज एमजेएम महिला कॉलेज कटिहार, नेहरू कॉलेज बहादुरगंज में विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय एवं दो कॉलेज पूर्णिया महिला कॉलेज, जीएलएम कॉलेज बनमनखी में वाणिज्य संकाय में नामांकन की अनुमति दी गई थी। इसके अलावा पूर्णिया कॉलेज में मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, गृहविज्ञान एवं संगीत और डीएस कॉलेज कटिहार में समाजशास्त्र, भूगोल, गृहविज्ञान एवं संगीत में नामांकन की अनुमति प्रदान की गई थी। कोट-

बिना संबद्धता वाले विषयों एवं संकायों में नामांकित विद्यार्थी को नजदीक के कॉलेजों में नामांकन में यदि किसी तरह की परेशानी होती है तो संबंधित प्रधानाचार्य विवि के डिप्टी रजिस्ट्रार एकेडमिक और डीएसडब्ल्यू से संपर्क स्थापित कर सकते हैं। यह विशेष केस है। छात्रहित में ऐसे सभी विद्यार्थी का समायोजन हर हाल में किया जाएगा।

डॉ आरएन ओझा, रजिस्ट्रार, पूर्णिया विवि पूर्णिया


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