आवागमन से बचने के लिए ईश्वर भक्ति आवश्यक : स्वामी अच्युतानंद
पूर्णिया। बनमनखी प्रखंड अंतर्गत महादेवपुर पंचायत के संतमत सत्संग मंदिर बुढि़या गोला के प्रागण में
पूर्णिया। बनमनखी प्रखंड अंतर्गत महादेवपुर पंचायत के संतमत सत्संग मंदिर बुढि़या गोला के प्रागण में आयोजित 36 वा वार्षिक ध्यान साधना सत्संग समारोह बुधवार को संपन्न हुआ एक सप्ताह तक चलने वाले इस सत्संग समारोह में प्रत्येक दिन सुबह एवं शाम के समय उपस्थित श्रद्धालुओं को कुप्पाघाट भागलपुर से आए संतों द्वारा प्रवचनों के साथ-साथ ध्यान एवं साधना के गुर सिखाए गए। समारोह के अंतिम दिन कुप्पाघाट से आए संत स्वामी अच्युतानंद जी महाराज ने अपने प्रवचन में बताया कि आवागमन सम दुख दूजा नहीं है। मायावद्ध जीव आवागमन के चक्र में पड़ा रहता है। इस प्रकार रहना उनके सभी दु:खों का कारण है। इससे छुटकारा पाने के लिए ईश्वर भक्ति के साथ-साथ ध्यान एवं दृष्टि साधन आवश्यक है। इनके अतिरिक्त स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज ने कहा कि बिना ईश्वर भक्ति के किसी का कल्याण संभव नहीं है। मानव को झूठ, फरेब त्याग कर सर्वेश्वर पर अटल विश्वास रखना चाहिए। इस सात दिवसीय सत्संग कार्यक्रम के आयोजन में पूर्व मुखिया संतोष मंडल, अवधेश नायक, रमेश मंडल, दिनेश प्रसाद मंडल, राजेंद्र साह, जनार्दन शर्मा, विनोद ठाकुर, सुबोध पंडित, सुरेश ठाकुर, राजकुमार भगत, नाथो मंडल, महेश्वरी शर्मा, सदानंद ठाकुर आदि का सहयोग रहा।