समय की जरूरत है उद्यमी बनना : प्रो.झा
पूर्णिया। पूर्णिया विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में शुक्रवार को व्यवसाय और उद्यमिता होटल प्रबंधन एवं
पूर्णिया। पूर्णिया विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में शुक्रवार को व्यवसाय और उद्यमिता, होटल प्रबंधन एवं कैटरिंग सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम पर आधारित एक दिवसीय सेमिनार हुआ। इसका उद्घाटन मुख्य अतिथि यूथ लैब कोलोराडो के अध्यक्ष प्रो.अजय झा ने किया। सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कुलपति प्रो.राजेश सिंह के अथक प्रयास से पूर्णिया विश्वविद्यालय में एक उद्यमिता सेल का निर्माण संभव हो पाया है। हमें खुद को पारंपरीक पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं रखना चाहिए। हमें एक विश्लेषणात्मक सोच विकसित करने के लिए इसे एक मौलिक स्त्रोत के रूप में मानना चाहिए। बेरोजगारी की समस्याओं पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि नौकरी मिलना और कठिन हो जाएगा जब हम पारंपरिक पाठ्यक्त्रमों के साथ चलेंगे। इसलिये अब बाजार संचालित माध्यम के साथ जाने का समय है और उद्यमी बनना आज समय की आवश्यकता है। क्योंकि यह एकमात्र क्षेत्र है जिससे हम और अधिक रोजगार पैदा कर सकते हैं।
कुलपति का विचार था कि पूर्णिया विश्वविद्यालय में बिजनेस एंड एंटरप्रेन्योरशिप सेल का निर्माण हो, क्योंकि पूर्णिया, बाग्लादेश, नेपाल, भूटान को जोड़ने वाला एक महानगरीय शहर है और यह थाईलैंड, सिंगापुर और जापान को कवर करते हुए दक्षिण-पूर्व एशियाई कॉरीडोर को रास्ता देगा। अपने भाषण को अंत करते हुए उन्होंने छात्रों के साथ बातचीत की और उन्हें उद्यमिता सेल के बारे में मार्गदर्शन किया। बताया कि कैसे होटल प्रबंधन और कैटरिग पाठ्यक्रम उन्हें एक उद्यमी या नौकरी प्रदाता बनाने में मदद करेगा। कुलपति प्रो.राजेश सिंह ने एमबीए के साथ व्यवसाय व उद्यमिता, होटल प्रबंधन और कैटरिंग सर्टिफिकेट कोर्स को प्रारंभ करने की हरी झडी दे दी। सेमिनार में लगभग 300 छात्रों ने भाग लिया। उनलोगों ने पाठ्यक्रम से संबंधित सवालों को मुख्य अतिथि के सामने रखा और उनसे जानकारी ली। दोनों पाठ्यक्रम के शुभारंभ होने पर छात्रों ने प्रसन्नता जाहिर की। सेमिनार के अंत में समन्वयक अस्टिेंट प्रो.चंदन कुमार ने कहा कि इस सेमिनार से छात्रों को पाठ्यक्रम के बारे में नई जानकारी मिलेगी। मंच संचालन मारवाड़ी कॉलेज किशनगंज के डॉ.सजल कुमार एवं डॉ.प्रेरणा प्रिया ने की। सेमिनार को सफल बनाने में डॉ.श्वेता कुमारी, डॉ.वर्षा रानी, जाह्रावी देव, पूजा कुमारी, राजेश कुमार, मुकेश कुमार, डॉ.पंकज कुमार, डॉ. फरहीन अनवर, मोनिका कुमारी, रौशन कुमार, डॉ.दान सिंह जाखड़ एवं रीमा कुमारी की अहम भुमिका रही।
सेमिनार में सभी संकाय के संकायाध्यक्ष, शिक्षक, अतिथि शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी, छात्र-छात्रा आदि उपस्थित थे।
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शिक्षा के बाद ही छात्र बनेंगे
उद्यमी : प्रोवीसी
सेमीनार के अध्यक्ष प्रति-कुलपति प्रो.राजनाथ यादव ने छात्रों को इन कोर्स में नामाकन के लिए प्रेरित किया। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि उद्यमी की शिक्षा प्राप्त करने के बाद छात्र स्वयं अपनी उद्यमिता कर सकते हैं। सीमांचल जैसे पिछड़े क्षेत्र में इस पाठ्यक्रम को लागू करना एक अच्छी पहल है। सेमिनार में अध्यक्ष छात्र कल्याण प्रो. पवन कुमार झा ने इन पाठ्यक्रमों से छात्रों को होने वाले लाभ को रेखाकित किया। कुलानुशासक डॉ.डीके झा ने छात्रों से सर्टिफिकेट कोर्स में नामाकन लेने की अपील की। ताकि उन्हें बाजारवादी व्यवस्था में अच्छी नौकरी मिल सके। धन्यवाद ज्ञापन वाणिज्य के डीन डॉ. टीएन झा ने किया।