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नकली बीज बेचते पकड़े गए तो रद होगा डीलर का लाइसेंस

पूर्णिया। बीज विक्रेता नकली बीज नहीं बेच पाएंगे। जिला कृषि पदाधिकारी ने उन्हें सख्त चेतावनी दे

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 Oct 2019 11:41 PM (IST)Updated: Fri, 04 Oct 2019 11:41 PM (IST)
नकली बीज बेचते पकड़े गए तो
रद होगा डीलर का लाइसेंस
नकली बीज बेचते पकड़े गए तो रद होगा डीलर का लाइसेंस

पूर्णिया। बीज विक्रेता नकली बीज नहीं बेच पाएंगे। जिला कृषि पदाधिकारी ने उन्हें सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर नकली बीज बेचते पकड़े गए तो उनका लाइसेंस रद किया जाएगा। कार्यालय कक्ष में आयोजित जिले के प्रमाणित बीज विक्रेताओं की बैठक में डीएओ सुरेंद्र प्रसाद ने कई निर्देश दिए हैं।

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सक्रिय है नकली बीज विक्रेताओं का रैकेट

नकली बीज विक्रेताओं का रैकेट जिले में सक्रिय है जिसका तार नेपाल और बंगाल से जुड़ा है। नकली बीज बेचने वाले गिरोह के सदस्य पुराने और बिना आइएसआई मार्का वाले बीज को नामी ब्रांड वाले बीज कंपनियों के बैग में सील कर सप्लाई करते हैं और अधिक मुनाफा कमाते हैं। नेपाल और बंगाल से सटा इलाका होने के कारण यह धंधा यहां खूब फल-फूल रहा है। नकली खाद का कारोबार भी यहां बड़े पैमाने पर होता है। कई बार गुलाबबाग मंडी में नकली खाद-बीज फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया है। जिले में नकली बीज-खाद के कारण अक्सर किसान ठगे जाते हैं। अधिकतर मक्का व गेहूं किसानों के साथ ऐसी घटना होती है। पिछले साल भी केनगर, धमदाहा, बड़हारा आदि प्रखंडों में कई मामले सामने आए थे जब मक्का की बाली में दाना ही नहीं आए। कई एकड़ में किसानों ने मक्का की फसल लगाई थी लेकिन दाना नहीं आने से उनकी सारी पूंजी बेकार चली गई। पीड़ित किसान अधिकारियों से लेकर बीज विक्रेताओं तक गुहार लगाते रहे किंतु कहीं उनकी सुनवाई नहीं हुई। जबकि मक्का फसल में काफी खर्च किसानों को करना पड़ता है।

रबी फसल का आ गया है सीजन

रबी फसल लगाने का समय आ गया है। अक्टूबर से रबी फसल के बीज बोये जाने लगते हैं। जिले में मक्का, गेहूं, मसूर, मटर व सरसों की खेती होती है। लेकिन सर्वाधिक खेती मक्के की होती है। जिले में कैस क्रॉप के रूप में मक्का किसानों की पहली पसंद बन गई है। यहां का मक्का देश के दूसरे राज्यों में भी भेजा जाता है। पिछले साल जिले में 48500 हेक्टेयर में मक्के की खेती की गई थी। जबकि गेहूं 21500, मसूर 3770 हे. एवं सरसों छह हजार हेक्टेयर में लगाई गई थी। लेकिन नकली बीज के कारण फसल प्रभावित होने की सबसे अधिक शिकायत मक्का फसल में मिली थी। सैकड़ों एकड़ में नकली बीज के कारण मक्का में दाना नहीं आने की शिकायतें मिली थी।

कृषि विभाग ने नकली बीज पर रोक लगाने की शुरू की पहल

रबी मौसम आने के साथ नकली बीज पर रोक लगाने के लिए कृषि विभाग ने पहल शुरू कर दी है। जिला कृषि पदाधिकारी ने सभी बीज विक्रेताओं की बैठक बुलाकर उन्हें स्पष्ट रूप से नकली बीज बेचने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। निर्देश दिया है कि जिन विक्रेता के पास बीज कंपनी का डीलरशिप है वे अपने लाइसेंस पर उक्त बीज कंपनी का लाइसेंस नंबर भी अंकित कराएं। कहा है कि प्रमाणित बीज कंपनियों के ही बीज वे अपनी दुकान में बेचें। नकली बीज पकड़े जाने पर उनका लाइसेंस रद्द करने के साथ कार्रवाई भी की जाएगी।


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