थम गया चुनाव प्रचार, कल होगा मतदान, तैयारी पूरी
पूर्णिया। द्वितीय चरण में होने वाले चुनाव के लिए पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार का दौर
पूर्णिया। द्वितीय चरण में होने वाले चुनाव के लिए पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार का दौर मंगलवार की शाम छह बजे थम गया। अब प्रत्याशी अथवा उनके दल के नेता क्षेत्र में कहीं सभा या रोड शो आदि नहीं कर सकेंगे। डोर-टू-डोर जाकर वे मतदाताओं को कनवाइसिंग कर सकते हैं। मतदाता गुरुवार की सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान करेंगे। लोकसभा क्षेत्र के 1758 बूथों पर 1764151 मतदाता गुरुवार को वोट डालने वाले हैं। मतदान को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। मंगलवार को सभी मतदान कर्मियों को मतदान सामग्री उपलब्ध करा दी गई है। बुधवार तक सभी कर्मी मतदान केंद्रों पर पहुंच जाएंगे। उक्त जानकारी जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी प्रदीप कुमार झा ने मंगलवार को अपने कार्यालय कक्ष में पत्रकारों को दी। डीएम ने कहा कि जिले में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए प्रशासन तैयार है। मतदान के लिए जिले में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है, मतदाता निर्भीक होकर अपने मतों का प्रयोग कर सकते हैं।
वोटिंग की काउंट डाउन शुरू
पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र में 18 अप्रैल को होने वाले मतदान के लिए काउंट डाउन शुरू हो गया है। मतदान से 48 घटे पूर्व मंगलवार को संध्या 6 बजे से प्रचार अभियान पर ब्रेक लग गया है। अब प्रत्याशी सिर्फ मतदाताओं के घर जाकर मतदान की अपील भर कर सकते हैं। मंगलवार की रात से ही प्रत्याशियों का डोर-टू-डोर अभियान शुरू होगा।
बूथों के लिए रवाना हुए कर्मी, आज भेजा जाएगा ईवीएम
जिला निर्वाचन पदाधिकारी प्रदीप कुमार झा ने बताया कि मतदान की सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। जिले के सभी 1758 मतदान केंद्रों के लिए मतदान कर्मियों को मंगलवार को मतदान सामग्री उपलब्ध करा दी गई है। सभी विधानसभा मुख्यालय में कैंप लगाकर मतदान कर्मियों का योगदान लिया गया एवं उन्हें मतदान किट उपलब्ध कराया गया। मतदान संबंधी सारे मेटेरियल प्रोजाइडिंग अधिकारी को सौंपा गया। वहीं बुधवार पेट्रोलिंग मजिस्ट्रेट ईवीएम के साथ बूथों के लिए रवाना होंगे। बुधवार को शाम तक हर बूथ पर ईवीएम पहुंच जाएगा। सभी मतदान कर्मियों को दो-दो बार प्रशिक्षण दिया गया है। उन्हें ईवीएम के संबंध में पूरी जानकारी दी गई है।
7032 मतदान कर्मी कराएंगे वोटिंग
जिले में 17,64,151 मतदाताओं के वोटिंग के लिए हर तैयारी पूरी कर ली गई है। लोकसभा क्षेत्र के 1758 बूथों पर 7032 मतदान कर्मी 18 अप्रैल को वोटिंग कराएंगे। 971 भवनों में सभी मतदान केंद्र बनाए गए हैं। मतदान के लिए 1758 मतदान दल बनाए गए हैं। जिले में 22 आदर्श मतदान केंद्र बनाए गए हैं जहां मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए उसे पूरी तरह से सजाया जाएगा तथा वहां वोटिंग करने आने वालों को बैठने सहित अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी। यहां नगर निगम क्षेत्र के सभी 148 बूथों को महिला मतदान केंद्र बनाया गया है जहां सभी मतदान कर्मी महिला होंगी। 1153 क्रिटिकल मतदान केंद्र चिन्हित किए गए हैं जहां विशेष व्यवस्था की गई है। वोटिंग के लिए 12049 फोर्स को लगाया गया है। 707 पीसीसीपी एवं 154 माइक्रो ऑब्जर्वर को शांतिपूर्ण चुनाव कराने का भार सौंपा गया है।
बूथों पर मुहैया करायी जाएगी बुनियादी सुविधाएं
सभी बूथों पर बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं। सभी बूथों पर बिजली उपलब्ध करा दी गई है। इसके अलावा रैंप, पानी, कुर्सी, शेड, टॉयलेट आदि की सुविधा भी बूथों पर रहेगी। खासकर दिव्यांग जनों के लिए वोटिंग हेतु विशेष सुविधा की व्यवस्था की गई है। दिव्यांग जनों के लाने ले जाने के लिए वाहन सहित ह्वील चेयर की व्यवस्था की गई है। अधिक दिव्यांग जनों वाले बूथ पर ग्रीन चैनल की व्यवस्था रहेगी जिससे उन्हें लाइन में खड़ा नहीं होना होगा।
दो बीयू और वीवीपैट का हो रहा इस्तेमाल
पूर्णिया लोकसभा चुनाव में इस बार दो बीयू का प्रयोग हो रहा है। दरअसल नोटा के साथ 15 उम्मीदवार से अधिक होने पर ईवीएम के साथ अलग से बीयू का प्रयोग करना पड़ता है। इस बार यहां 16 उम्मीदवार मैदान में हैं। इसलिए सभी ईवीएम के साथ एकस्ट्रा बीयू लगाया गया है। वहीं इस बार हर बूथ पर वीवीपैट का भी प्रयोग किया जा रहा है। वीवीपैट मतदाताओं को दिए गए वोट की पर्ची दिखाएगा। मतदाता ईवीएम से जिस चुनाव चिन्ह पर बटन दबाएंगे वीवीपैट पर वह चुनाव चिन्ह सात सेकेंड तक स्क्रीन पर रहेगा।
वोटर आइ कार्ड के अलावा 11 अन्य दस्तावेज वोटिंग के लिए हैं मान्य
जिन मतदाता का नाम वोटर लिस्ट में है वे मतदाता पहचान पत्र के अलावा 11 अन्य दस्तावेजों के आधार पर भी वोटिंग कर सकते हैं। मतदान के लिए जो दस्तावेज मान्य हैं उसमें ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक अथवा पोस्टऑफिस का पासबुक, केंद्र या राज्य सरकार द्वारा जारी सर्विस आइडेंटी कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, श्रम मंत्रालय से जारी स्वास्थ्य बीमा कार्ड, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के दस्तावेज, पेंशन संबंधी दस्तावेज, वोटर आइकार्ड शामिल हैं।