सूनी गोद आबाद कर रहे हैं दत्तकग्रहण के बच्चे
पूर्णिया भूले-बिसरे और लावारिस नौनिहाल की परवरिश कर 11 माह से सूनी गोदों को पूर्णिया का दल
पूर्णिया : भूले-बिसरे और लावारिस नौनिहाल की परवरिश कर 11 माह से सूनी गोदों को पूर्णिया का दत्तकग्रहण संस्थान आबाद कर रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को बंगाल के दुर्गापुर निवासी दंपती को एक बच्चा को गोद दिया गया है। संस्थान से अब तक सात नि:संतान दंपती को बच्चे और बच्चियों को गोद दिया गया है।
अप्रैल 2018 से भट्ठा बाजार में संचालित विशिष्ट दत्तकग्रहण संस्थान से लगातार अंतरजिला और अंतरराज्यीय दंपतियों को बच्चा गोद मिल रहा है। मंगलवार को एक बच्ची को महाराष्ट्र के दंपती को गोद देने के ठीक दो दिन बाद बंगाल के दुर्गापुर निवासी दंपती को एक बच्चा को गोद दिया गया है। शुक्रवार को व्यवसायी दंपती प्रदीप दास और सिंकी दास ने एक साल के मुन्ना को गोद लिया। दत्तकग्रहण संस्थान का यह सातवां बच्चा है जो नए घर में पलेगा-बढ़ेगा। इस मौके पर बाल संरक्षण पदाधिकारी मु. एहसानउल हक, संस्थान के डॉक्टर मधुर कुमार साह, अधिवक्ता सुनील कुमार झा, सामाजिक कार्यकर्ता असगर खलीफा, प्रियंका कुमारी सहित अन्य लोग मौजूद थे।
संस्थान में रहता है शून्य से पांच साल का बच्चा::::
विशिष्ट दत्तकग्रहण संस्थान में लावारिस अवस्था में भूले बिछड़े शून्य से पांच साल तक के बच्चे को रखा जाता है। संस्थान से जुड़े एवं नियुक्त सदस्य बच्चों की देखरेख कर परवरिश करते हैं। इन बच्चों को कारा विभाग की वेबसाइट के माध्यम से कानूनी प्रक्रिया का बाद दंपती को गोद दिया जाता है।
इन जगहों पर गए गोद लिए गए बच्चे::
गोद देकर सात बच्चों को अलग-अलग जगहों पर भेजा गया है। चार लड़के को जहानाबाद, रोहतास, बंगाल के वीरभूम, और दुर्गापुर के दंपती को गोद दिया गया। इसके अलावा दो लड़कियों को महाराष्ट्र और पटना के दंपती को गोद दिया गया है।